Ghazipur electricity worker challan: बिना हेलमेट पकड़े जाने पर पुलिस ने चालान काटा तो संविदा बिजलीकर्मी ने अनोखा बदला ले लिया। थाने के बिजली बकाया बिल का हिसाब निकाला और दो घंटे के लिए पूरे थाने की बिजली सप्लाई ही कटवा दी। नतीजा, थाने में घुप्प अंधेरा छा गया। मामला अधिकारियों तक पहुंचा तो हड़बड़ी में बिजली वापस जुड़वाई गई। अब थाने और बिजली विभाग दोनों इस घटना पर खामोश हैं, लेकिन इलाके में चर्चा गर्म है कि चालान का ऐसा बदला तो पहले कभी नहीं देखा!
चालान से शुरू हुई ‘पावर कट’ की कहानी
Ghazipur थाना क्षेत्र के डंडीवा गांव के रहने वाले जयप्रकाश, जो संविदा सब स्टेशन ऑपरेटर हैं, गुरुवार की शाम बाइक से ड्यूटी पर जा रहे थे। गाजीपुर चौराहे पर पुलिस ने उन्हें रोका और बिना हेलमेट बाइक चलाने पर चालान काट दिया। जयप्रकाश ने खुद को बिजलीकर्मी बताते हुए चालान माफ करने की गुहार लगाई, लेकिन पुलिस ने एक न सुनी।
इससे नाराज जयप्रकाश ने अपनी बिजली विभाग की ‘पावर’ दिखाने की ठान ली। थाने के बकाया बिलों की जानकारी इकट्ठा की और फौरन लाइनमैन को बुलाकर थाने की बिजली सप्लाई कटवा दी। चंद मिनटों में पूरा थाना अंधेरे में डूब गया।
ब्लैकआउट के बाद थाने में मची अफरातफरी
Ghazipur थाने में बिजली कटते ही पुलिसकर्मियों के चेहरे की रौनक गायब हो गई। पंखे रुके, कंप्यूटर बंद हो गए, और सारा कामकाज ठप पड़ गया। करीब दो घंटे तक थाने का हाल ‘काल कोठरी’ जैसा हो गया।
बिजली सप्लाई कटने की खबर तुरंत उच्च अधिकारियों और बिजली विभाग के जेई तक पहुंची। आनन-फानन में लाइनमैन को फिर से बुलाया गया और थाने की बिजली सप्लाई जोड़ने का काम शुरू हुआ। बिजली आते ही पुलिसकर्मियों ने राहत की सांस ली।
‘पावर’ का सबक, हेलमेट भी जरूरी, बिजली बिल भी!
इस घटना के बाद इलाके में जयप्रकाश की चर्चा जोरों पर है। लोग कह रहे हैं कि Ghazipur पुलिस ने हेलमेट चालान काटकर सही किया, लेकिन जयप्रकाश ने बदला लेकर अनोखा उदाहरण पेश किया।
हालांकि, अब थाने और बिजली विभाग दोनों ही इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं। जेई सनेंद्र कुमार ने बताया कि थाने की बिजली लाइन जुड़वा दी गई है और आगे कोई दिक्कत न हो, इसका ध्यान रखा जाएगा।
लेकिन इस ‘ब्लैकआउट बदला’ ने यह तो साफ कर दिया कि हेलमेट पहनना जितना जरूरी है, बिजली का बिल चुकाना भी उतना ही अहम है!