महिला सिपाही की शिकायत से मचा हड़कंप, इंस्पेक्टर पर गंभीर आरोप, एसएसपी ने दिए जांच के आदेश

यह मामला गोरखपुर के सिकरीगंज थाने का है, जहां महिला सिपाही ने इंस्पेक्टर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। एसएसपी ने जांच के आदेश दे दिए हैं। शुरुआती जांच में कई चौंकाने वाली बातें सामने आ रही हैं।

Gorakhpur

Gorakhpur police harassment: गोरखपुर के सिकरीगंज थाने में तैनात एक महिला सिपाही की शिकायत ने Gorakhpur पुलिस महकमे में खलबली मचा दी है। महिला सिपाही ने इंस्पेक्टर पर दुर्व्यवहार और उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। शिकायत में कहा गया कि उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है और ड्यूटी के नाम पर बार-बार ऐसी जिम्मेदारियां सौंपी जाती हैं, जिनसे वह असहज महसूस करती है। मामला वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक तक पहुंचा तो उन्होंने तुरंत एसपी साउथ को जांच सौंपी। शुरुआती जांच में कुछ अलग तस्वीर सामने आ रही है, लेकिन पूरे प्रकरण की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस अधिकारी अब हर बिंदु पर गहन पड़ताल कर रहे हैं। इस मामले ने पुलिस विभाग की कार्यशैली पर भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

महिला सिपाही का आरोप, ड्यूटी के बहाने किया जाता था परेशान

Gorakhpur के सिकरीगंज थाने में तैनात महिला सिपाही ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) को दिए प्रार्थना पत्र में गंभीर आरोप लगाए। महिला ने कहा कि थाने पर उसे बार-बार परेशान किया जाता है। उसे जानबूझकर ऐसी ड्यूटी दी जाती है जिससे वह मानसिक दबाव में आ जाए। उसने आरोप लगाया कि जब उसने इस व्यवहार का विरोध किया तो थानेदार का रवैया और खराब हो गया। महिला का कहना है कि उसके साथ व्यक्तिगत बातचीत के दौरान भी अभद्र व्यवहार किया गया और कई बार उसे अप्रत्याशित ड्यूटी पर देर रात बुलाया गया।

उच्चाधिकारियों के निर्देश पर शुरू हुई जांच

महिला सिपाही की शिकायत मिलते ही उच्चाधिकारियों के कान खड़े हो गए। Gorakhpur एसएसपी ने इस मामले की गंभीरता को समझते हुए एसपी साउथ को पूरे प्रकरण की जांच सौंप दी। पुलिस विभाग की छवि को लेकर भी इस मामले में सतर्कता बरती जा रही है। प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई कि विवाद की जड़ छुट्टी को लेकर भी हो सकती है, लेकिन अधिकारी अब अन्य पहलुओं पर भी बारीकी से जांच कर रहे हैं, जिसमें महिला सिपाही के आरोपों की गहराई और कार्यस्थल की परिस्थितियों का विश्लेषण शामिल है।

छुट्टी विवाद या महिला सिपाही का उत्पीड़न?

शुरुआती जांच में सामने आया कि महिला सिपाही ने एक महीने की छुट्टी के लिए आवेदन दिया था, जो त्योहार और स्टाफ की कमी के कारण स्वीकृत नहीं हो सकी। इसके बाद उसने शिकायत दर्ज कराई। हालांकि, जांच कर रहे अधिकारियों का कहना है कि मामला सिर्फ छुट्टी का नहीं लग रहा। महिला सिपाही ने जिन ड्यूटी शिफ्ट्स और व्यवहार की शिकायत की है, वह सामान्य प्रक्रिया से अलग दिख रही है। अधिकारियों के अनुसार, महिला सिपाही ने ड्यूटी समय और इंस्पेक्टर के व्यवहार को लेकर जो बातें कहीं हैं, उसमें व्यक्तिगत दबाव और अनुचित व्यवहार के संकेत भी नजर आ रहे हैं।

रिपोर्ट के बाद तय होगी कार्रवाई

Gorakhpur एसपी साउथ इस पूरे प्रकरण की जांच कर रहे हैं और जल्द ही अपनी रिपोर्ट एसएसपी को सौंपेंगे। पुलिस महकमे में भी इस मामले की चर्चा तेज हो गई है। यदि जांच में महिला सिपाही के आरोप सही पाए जाते हैं, तो इंस्पेक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई तय मानी जा रही है। वहीं, यदि शिकायत गलत पाई जाती है तो महिला सिपाही पर भी विभागीय कार्रवाई संभव है। फिलहाल पूरा विभाग इस मामले की रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है, क्योंकि इससे पुलिस की छवि और आंतरिक कार्यशैली पर भी बड़ा असर पड़ने वाला है।

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