Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में वैवाहिक धोखाधड़ी का एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। एक महिला ने अपने पशु चिकित्सक पति पर शारीरिक अक्षमता छिपाकर विवाह करने और डेढ़ साल तक वैवाहिक दायित्वों से भागने का गंभीर आरोप लगाया है। महिला के अनुसार, अप्रैल 2024 में हुई शादी के बाद से ही उसके पति ने कभी शारीरिक संबंध नहीं बनाए और हमेशा बहाने बनाकर अलग कमरे में सोते रहे।
पति के बैग से मिली दवाइयों से जब सच्चाई उजागर हुई और महिला ने विरोध किया, तो उसे प्रताड़ना का सामना करना पड़ा। महिला का आरोप है कि उसके ससुराल वालों ने न केवल इस सच्चाई को छिपाया, बल्कि दहेज की मांग करते हुए उसे मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया।
धोखे और प्रताड़ना की पूरी कहानी
विवाह और शुरुआती संदेह:
पीड़िता का विवाह 25 अप्रैल 2024 को खजनी क्षेत्र के एक डॉक्टर के साथ बड़े धूमधाम से संपन्न हुआ था। वधू पक्ष का दावा है कि उन्होंने शादी में 15 लाख रुपये नकद और भारी मात्रा में उपहार दिए थे। हालांकि, शादी की पहली रात से ही पति का व्यवहार संदिग्ध था। वह अक्सर ‘इमरजेंसी ड्यूटी’ या थकान का हवाला देकर महिला से दूरी बनाए रखता था।
दवाइयों से खुला राज:
संदेह होने पर जब महिला ने अपने पति के सामान की तलाशी ली, तो उसे कुछ ऐसी दवाइयां मिलीं जो शारीरिक अक्षमता के उपचार से जुड़ी थीं। महिला का आरोप है कि पूछने पर पति ने पहले इलाज का आश्वासन दिया, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ।
हिंसा और पुलिस कार्रवाई:
जब महिला ने यह बात अपने मायके वालों और ससुराल पक्ष के सामने रखी, तो मामला सुलझने के बजाय बिगड़ गया। आरोप है कि 15 नवंबर को सास-ससुर और ननद ने मिलकर महिला के साथ मारपीट की और उसे घर से निकाल दिया। पीड़िता ने अब गोला थाने Gorakhpur में तहरीर दी है।
Gorakhpur पुलिस का रुख: > थाना प्रभारी राहुल शुक्ला के अनुसार, महिला की शिकायत पर संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है और मेडिकल रिपोर्ट व साक्ष्यों के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।










