ज्ञानवापी को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट ने हिंदू पक्ष में फैसला सुनाया है। हाई कोर्ट ने ज्ञानवापी परिसर में सर्वे पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। जिसे लेकर मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट जाकर सर्वें पर रोक लगाने की मांग की है। उन्होंने जस्टिस डीवाई चंद्रचुड़ के सामने। ये याचिका रखी है। जिसे लेकर जस्टिस ने कहा है कि इस पर जल्द से जल्द फैसला लिया जाएगा। वहीं अब हाई कोर्ट के फैसले को लेेकर बीजेपी नेता हेमा मालिनी ने बयान दिया है।
क्या बोली बीजेपी नेता?
बीजेपी नेता हेमा मालिनी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हाईकोर्ट के इस फैसला का मैं स्वागत करती हूं। सर्वे पर जल्द से जल्द कोई फैसला आना चाहिए नहीं तो किसी न किसी वजह से चीजें रूक जाती हैं। फैसला जल्द आएगा तो पूरे देश के लिए अच्छा होगा। हेमा मालिनी ने आगे कहा कि ये अच्छी बात है इसका फैसला जल्द से जल्द आना चाहिए वरना कुछ ना कुछ बातें होती रहती हैं । साथ ही कहा कि अगर अंतिम फैसला जल्द आ जाएगा तो यह पूरे देश के लिए अच्छा होगा।
केशव प्रसाद मौर्य ने भी किया फैसले का स्वागत
ज्ञानवापी पर हाई कोर्ट के फैसले को लेकर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सबसे पहले हाई कोर्ट के फैसला का स्वागत करते हुए कहा कि सर्वे के माध्यम से मुगल आक्रमणकारी जिन्होंने मंदिर का विध्वंस किया था और उसको छिपाया गया था। उसका सच बाहर आएगा. उम्मीद है कि ज्ञानवापी का जो विवाद है श्री राम जन्मभूमि की तरह इसका विवाद भी निर्णय होगा और शिवभक्तों की मनोकामना पूरी होगी।