‘आजम खान को देखकर दया आई…’ जेल में मिलने के बाद बोले चंद्रशेखर आजाद

उत्तर प्रदेश में उपचुनाव की वोटिंग के बाद, आजाद समाज पार्टी के नेता चंद्रशेखर आजाद समाजवादी पार्टी के नेता आजम खां से मिलने के लिए उनके घर पहुंचे। इससे पहले, चंद्रशेखर आजाद ने आजम खां की पत्नी और बच्चों से भी मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि "हम किसी भी परिस्थिति में उनके साथ खड़े रहेंगे।"

Azam Khan In Sitapur Jail

Azam Khan In Sitapur Jail : उत्तर प्रदेश में आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने उपचुनाव के बाद सीतापुर जेल में समाजवादी पार्टी के नेता आजम खां से मुलाकात की। मीडिया से बातचीत के दौरान चंद्रशेखर आजाद ने कहा, “मुझे आजम खां को लेकर दुख और तकलीफ होती है, लेकिन मैं हमेशा उनके साथ खड़ा रहूंगा। मैं उन्हें यह बताने आया हूं कि सड़क से लेकर संसद तक हम उनकी लड़ाई लड़ेंगे और उन्हें अकेला नहीं छोड़ेंगे।”

उन्होंने यह भी कहा कि आजम खां उनके पारिवारिक रिश्ते में बड़े भाई जैसे हैं। चंद्रशेखर आजाद ने आगे कहा, “हमारे गुट का मानना है कि दुख और तकलीफ में हम किसी का हाथ नहीं छोड़ते। जिन्होंने भी मेरे लिए काम किया है, मैं हमेशा उनके साथ खड़ा रहूंगा। आजम खां ने भी हमेशा मेरे लिए मदद की है। वह इस समय काफी दुख और तकलीफ में हैं, और उनका स्वास्थ्य भी बिगड़ा हुआ है। लेकिन मुझे यकीन है कि यह दुख और परेशानी जल्दी ही समाप्त हो जाएगी।” इसके पहले, चंद्रशेखर आजाद ने आजम खां की पत्नी और बेटे से भी मुलाकात की थी।

मुख्यमंत्री की प्रतिष्ठा का सवाल

उपचुनाव में धांधली का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने जिस तरह से अपने प्रशासनिक तंत्र का दुरुपयोग किया, वैसा पहले कभी नहीं देखा गया। यह उपचुनाव मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए प्रतिष्ठा का सवाल है। अगर भाजपा प्रदेश में होने वाले उपचुनाव में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाती है, तो उसे दिल्ली में बड़े नेताओं को जवाब देना होगा।

यह भी पढ़ें : राम लीला मैदान बनेगा युद्ध का मैदान.. मौलाना तौकीर रज़ा बनाम यति नरसिंहानंद का धार्मिक विवाद

9 सीटों पर मतदान प्रतिशत कम रहा

9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव संपन्न हो चुके हैं। यहां 20 नवंबर को मतदान भी हो चुका है। अब इन सीटों पर हुए मतदान के नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। सभी पार्टियां नतीजों का इंतजार कर रही हैं। इस उपचुनाव में 2022 के मुकाबले मतदान प्रतिशत काफी कम रहा है। यह आंकड़ा 60 फीसदी को भी पार नहीं कर सकता।

Exit mobile version