लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। आईएएस अफसर मनोज कुमार सिंह के रिटायरमेंट के बाद बृहस्पतिवार को यूपी को नया मुख्य सचिव मिल गया। सीनियर आईएएस शशि प्रकाश गोयल सूबे के अगले मुख्य सचिव का पदभार ग्रहण कर लिया। शशि प्रकाश गोयल 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं। वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी पद पर रह चुके हैं। मुख्यमंत्री के सबसे खास अफसरों में इनकी गिनती होती रही है। जब 2017 में योगी यूपी के सीएम बने, तब शशि सीएम कार्यालय के प्रमुख बनाए गए थे।
मनोज कुमार सिंह 30 जून 2024 को मुख्य सचिव बनाए गए थे। वह गुरुवार को सेवानिवृत्त हो गए। राज्य सरकार ने उन्हें एक साल का सेवा विस्तार देने के लिए केंद्र सरकार को जुलाई के पहले सप्ताह में पत्र भेजा था। लेकिन, उन्हें सेवा विस्तार नहीं मिला। मनोज कुमार सिंह को सेवा विस्तार न मिलने पर शाम को मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव रहे एसपी गोयल को नया मुख्य सचिव बना दिया गया। नए प्रमुख सचिव को लेकर लखनऊ में बैठकों का दौर चला। दिल्ली पर भी ब्यूरोकेट्स की नजर थी। कुछ को लग रहा था कि मनोज कुमार सिंह को सेवा विस्तार मिल सकता है, पर ऐसा हुआ नहीं।
एसपी गोयल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भरोसेमंद माना जाता है। गोयल को दिल्ली के पोलिटिकल कोरीडोर में भी काफ़ी प्रभावशाली माना जाता है। एसपी गोयल साल 1989 के आईएएस अधिकारी हैं। वह यूपी के सबसे वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं। एसपी गोयल लखनऊ के रहने वाले हैं और उनका जन्म साल 1967 में हुआ था। उन्होंने बीएससी (ऑनर्स), एमसीए, ईएमआईबी कोर्स भी किया हुआ है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत इटावा में असिस्टेंट मजिस्ट्रेट के पद से की थी। इसके बाद वह मेरठ, अलीगढ़, बहराइच के सीडीओ भी रह चुके हैं। एसपी मथुरा, इटावा, प्रयागराज, देवरिया के जिलाधिकारी भी रह चुके हैं।
जानकारी के मुताबिक, सपा सरकार में एसपी गोयल प्लानिंग विभाग के सचिव और कार्यक्रम क्रियान्वयन विभाग के प्रमुख सचिव भी रह चुके हैं। एसपी गोयल केंद्र की मोदी सरकार में मानव संसाधन मंत्रालय में संयुक्त सचिव भी रह चुके हैं। एसपी गोयल सबसे वरिष्ठ अधिकारी हैं। बीते साढ़े 8 साल से पंचम तल पर रहने की वजह से प्रदेश के एक-एक जिले पर उनकी गहरी पकड़ है। उत्तर प्रदेश और दिल्ली की ब्यूरोक्रेसी के साथ राजनीतिक में भी उनकी गहरी पकड़ मानी जाती है। जानकार बताते हैं कि पीएम नरेंद्र मोदी भी एसपी गोयल के प्रशंसक हैं। एसपी गोयल पीएम नरेंद्र मोदी के साथ काम भी कर चुके हैं। गोयल को जमीनी अफसर के तौर पर जाना जाता है।
प्रमुख सचिव का पद राज्य के प्रशासनिक ढांचे शीर्ष पद होता है। यही वजह है कि हर आईएएस का सपना प्रमुख सचिव बनने का होता है। सरकार में जिस तरह सत्ता की राज्य में मुख्यमंत्री की होती है और उसी तरह राज्य में प्रशासन का सबसे अहम पद प्रमुख सचिव का होता है। प्रमुख सचिव सचिवालय का कार्यकारी प्रमुख होता है। मुख्य सचिव को राज्य के मुख्यमंत्री का प्रधान सलाहकार माना जाता है। इसके साथ ही राज्य की नीतियों और योजनाओं के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी मुख्य सचिव पर होती है। विभागों के बीच समन्वय सुनिश्चित करना और सरकार की सभी महत्वपूर्ण फाइलों पर अंतिम मंजूरी देना मुख्य सचिव की जिम्मेदारी होती है। प्रदेश सरकार की नीतियों और फैसलों के क्रियान्वयन में मुख्य सचिव की भूमिका सबसे अहम होती है।