मिलिए इस ‘सुपरकॉप’ IPS से, जिन्हें बनाया गया महाकुंभ का ‘बॉस’, सुरक्षा ऐसी की परिंदा भी नहीं मार पाएगा पर

IPS Vaibhav Krishna made DIG of Prayagraj Mahakumbh: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने आजमगढ़ रेंज में तैनात डीआईजी वैभव कृष्ण को महाकुंभ का डीआईजी बनाया है।

लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से महाकुंभ का आगाज होने जा रहा है। 45 दिन तक चलने वाले इस महापर्व पर करीब 45 करोड़ भक्त आएंगे। ऐसे में योगी सरकार ने संगमनगरी को दुल्हन की तरह से सजाया है। आने वाले भक्तों के लिए टेंट सिटी बनकर तैयार है। किचन से लेकर अस्पताल की व्यवस्था की गई हैं। संगमनगरी में 138 राशन की दुकानें भी खोली गई हैं। यहां से भक्तों को कम पैसे में आटा, चावल और चीनी मिलेगा। वहीं सुरक्षा-व्यवस्था ऐसी है कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता। एनएसजी, एटीएस और यूपी एसटीएफ के कमांडो की निगरानी में महाकुंभ चलेगा। यूपी पुलिस के अलावा पीएसी-अर्धसैनिकबल के जवान चप्पे-चप्पे पर तैनात किए गए हैं। इनसब के बीच सीएम योगी के ‘सुपरकॉप’ आईपीएस अधिकारी वैभव कृष्ण को महाकुंभ का डीआईजी बनाया गया है। उन्हें तत्काल अपना कार्य ग्रहण करने के आदेश दिए गए हैं

आईपीएस वैभव कृष्ण बनाए गए डीआईजी

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने आजमगढ़ रेंज में तैनात डीआईजी वैभव कृष्ण को महाकुंभ का डीआईजी बना दिया है। राज्य सरकार की ओर से जारी आदेश में उन्हें तुरंत अपना नया पदभार ग्रहण करने को कहा गया है। बतौर आईपीएस वैभव कृष्ण की छवि एक इमानदार अफसर के तौर पर की जाती है। आईपीएस वैभव कृष्ण को अपराध व अपराधियों पर एक्शन को लेकर भी जाना जाता है। 13 जनवरी से प्रयागराज महाकुंभ का शंखनाद होगा। 45 दिन चलने वाले इस महापर्व पर देश ही नहीं बल्कि दुनियाभर से करीब 45 करोड़ यहां आएंगे और त्रिवेणी में डुबकी लगाकर पुण्ण कमाएंगे। ऐसे में 45 करोड़ भक्तों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। महाकुंभ के लिए एक आईपीएस रैंक के अफसर को एसएसपी के पद पर तैनात किया गया है।

कौन हैं आईपीएस वैभव कृष्ण

आईपीएस वैभव कृष्ण का जन्म उत्तर प्रदेश के बागपत में 12 दिसंबर 1983 को हुआ था। वैभव बचपन से ही पढ़ाई में तेज थे। उन्होंने 12वीं के बाद आईआईटी रुड़की से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया। बीटेक करने के बाद वैभव कृष्ण ने यूपीएससी की तैयारी शुरू की। उन्होंने पहली बार 2009 में यूपीएएसी का एग्जाम दिया और 86वीं रैंक हासिल की। वैभव कृष्ण 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी बने और उत्तर प्रदेश कैडर में नियुक्त हुए। बतौर नोएडा एसएसपी के पद रहते हुए जनवरी 2020 में उन्हें एक मामले में निलंबित कर दिया गया। लगभग 14 महीने के बाद 2021 में उनकी बहाली हुई। इसके बाद उन्हें लखनऊ में पुलिस अधीक्षक प्रशिक्षण और सुरक्षा का जिम्मा सौंपा गया।

आजमगढ़ के डीआईजी बनाए गए थे वैभव कृष्ण

आईपीएस वैभव कृष्ण को जून 2024 में आजमगढ़ का डीआईजी बनाया गया, जहां उन्होंने अवैध वसूली के मामले में सख्त कदम उठाते हुए 18 पुलिसकर्मियों को निलंबित कर सुर्खियां बटोरीं थी। अब महाकुंभ 2025 की सुरक्षा का जिम्मा वैभव कृष्ण को सौंपा गया है। यह आयोजन लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है, जहां सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम बेहद जरूरी है। यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार ने महाकुंभ स्थल का दौरा कर सुरक्षा तैयारियों का जायजा लिया और इसी के तहत वैभव कृष्ण को यह जिम्मेदारी दी गई। महाकुंभ 2025 के डीआईजी के रूप में उनकी नियुक्ति न केवल उनके करियर का अहम पड़ाव है, बल्कि लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी महत्वपूर्ण है।

2 हजार जवान किए गए तैनात

महाकुंभ को लेकर शहर में 278 प्वाइंटों पर दो हजार जवानों की तैनाती की गई है। शहर क्षेत्र के सभी इंट्री प्वाइंट के साथ ही कुल 12 जगहों पर चेकपोस्ट तैयारकर जवानों को तैनात किया गया है। प्रयागराज महाकुंभ मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालु शहर में अलग अलग दिशाओं पर बने रूट का इस्तेमाल करेंगे। सुरक्षा को लेकर जो योजना तैयार की गई हैं, उसके अंतर्गत सात चक्रीय घेरे का निर्माण किया गया है। इसी के अंतर्गत शहर के सभी इंट्री प्वाइंटों पर मोर्चे निर्धारित किया है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पहचानी गई अन्य संवेदनशील प्वाइंटों पर भी मोर्चे तैयार किए गए हैं। जानकार बताते हैं कि महाकुंभ की ऐसी सुरक्षा है कि परिंदा भी पर नहीं मार सकता।

ऐसी है महाकुंभ की सुरक्षा-व्यवस्था

उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने कहा कि 13 जनवरी से 26 फरवरी तक होने वाले इस कार्यक्रम के लिए व्यापक सुरक्षा उपाय किए गए हैं। डीजीपी प्रशांत कुमार ने इस बात पर जोर दिया कि यूपी पुलिस महाकुंभ में हिस्सा लेने वालों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि 1 हजार से ज्यादा पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। सुरक्षा के लिए 71 निरीक्षक, 234 उपनिरीक्षक, 645 कांस्टेबल और 113 होमगार्ड/पीआरडी (प्रांतीय रक्षक दल) जवान सक्रिय रूप से महाकुंभ कार्यक्रम की निगरानी कर रहे हैं। सर्विलांस और मजबूत करने के लिए पांच वज्र वाहन, 10 ड्रोन और चार तोड़फोड़ विरोधी टीमें चौबीसों घंटे इलाके में गश्त पर रहेंगी।

पानी के अंदर लगाए गए द्रोन कैमरे

उत्तर प्रदेश पुलिस ने मंदिरों और अखाड़ों सहित प्रमुख प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए प्रयागराज के चारों ओर अभेद्य सुरक्षा चक्रव्यूह नाम का एक मल्टी लेयर सिक्योरिटी सिस्टम लागू किया है। पुलिस पानी के अंदर ड्रोन और एआई कैमरों समेत एडवांस टेक्नोलॉजी का भी इस्तेमाल कर रही है। कुंभ इलाके के आसपास कुल 2,700 एआई कैमरे लगाए गए हैं और पानी के अंदर 113 ड्रोन कैमरे लगाए गए हैं। सुरक्षा को लेकर सात चक्रीय घेरा भी बनाया गया है। इसी के अंतर्गत शहर के सभी इंट्री प्वाइंटों पर मोर्चे निर्धारित किए गए हैं। सुरक्षा को ध्यान में रखते अन्य संवेदनशील प्वाइंटों पर भी मोर्चे तैयार किए गए हैं।

 

Exit mobile version