Jaunpur : उत्तर प्रदेश में जौनपुर पुलिस अपने कारनामों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहती है. अब एक बार फिर जौनपुर का नया कारनामा सामने आया है. इस बार पुलिस ने कस्टोडियल डेथ के तीन घंटे बाद उसी व्यक्ति के खिलाफ उसी थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया है. वहीं जब इस संबंध में सीओ से पूछा गया तो उन्होंने अनभिज्ञता जताई. वहीं जिले के एडिशनल एसपी ने कहा कि मामला पहले से दर्ज था. ऐसे में उन्हें एफआईआर का समय बताया गया तो कहा कि वह अभी व्यस्त हैं.मामला शाहगंज कोतवाली का है.
दरअसल, शाहगंज कोतवाली क्षेत्र के बड़ौना गांव में रहने वाले मटरू बिन्द को पुलिस ने 18 अक्टूबर को अरेस्ट किया था. मटरू पर आरोप था कि उसने 16 अक्टूबर को जमील अहमद नामक व्यक्ति के साथ टप्पेबाजी की थी. 19 अक्टूबर की सुबह मटरू की थाने के शौचालय में शव मिला था. पुलिस ने दावा किया था कि मटरू ने फांसी लगाई है. इस घटना की खबर सुनकर डीएम-एसपी भी शाहगंज कोतवाली पहुंचे. मामला संदिग्ध नजर आने पर मजिस्ट्रेटियल जांच के आदेश भी दे दिए. इस दौरान डीएम और एसपी ने मटरू के पत्नी बच्चों को भरोसा दिया कि उन्हें न्याय दिलाया जाएगा.
जौनपुर :
थाने में शख्स की मौत,3 घंटे बाद मृतक पर ही किया केस
पुलिस कस्टडी में हुई थी मटरू बिन्द की मौत,पुलिस ने आत्महत्या करने का किया था दावा
टप्पेबाजी की शिकायत पर एक दिन पहले मटरू को कस्टडी में लेकर शाहगंज कोतवाली में रखी थी पुलिस@jaunpurpolice pic.twitter.com/GRAZgaCxCE
— News1India (@News1IndiaTweet) October 22, 2024
मौत के 3 घंटे बाद दर्ज हुआ केस
इस बीच थाने में पुलिस मामले को रफा-दफा करने के लिए नया खेल कर रही थी. पुलिस ने आनन फानन में जमील अहमद की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया. चूंकि अब एफआईआर ऑनलाइन दर्ज होता है और एफआईआर का टाइम अपने आप एफआईआर सीट पर चढ़ जाता है. ऐसे में पुलिस की यह चालाकी पकड़ी गई. बाद में जब मटरू के परिवार को एफआईआर की कॉपी मिली तो नया बवाल शुरू हो गया है. दरअसल मटरू की मौत सुबह 8 बजे के पहले हुई थी. यह समय सूचना विभाग के प्रेसनोट में भी दर्ज है. वहीं उसके खिलाफ मुकदमा करीब 11 बजे दर्ज किया गया है. यह समय एफआईआर पर दर्ज है. ऐसे में जौनपुर पुलिस अपने ही कारनामे में उलझ गई है.
सवाल मांगते जवाब
पुलिस की इस कार्रवाई से साफ हो गया है कि मटरू के खिलाफ पहले से मुकदमा दर्ज नहीं था. अब चूंकि कस्टडी में मौत हुई थी उसकी गिरफ्तारी दिखाने के लिए पुलिस ने आनन फानन में मुकदमा दर्ज किया है. हालांकि अभी बड़ा सवाल यह कि मटरू बिन्द को हवालात में फांसी लगाने के लिए रस्सी कहां से मिली. जबकि किसी भी व्यक्ति को हवालात में बंद करते समय रुमाल मफलर से लेकर जनेऊ तक उतरवा लिया जाता है. अभी तक पुलिस इस मामले में किसी पुलिसकर्मी की जिम्मेदारी और जवाबदेही भी तय नहीं कर पायी है.
शिकायत मिलने पर दर्ज हुआ मुकदमा
मामला तूल पकड़ने पर जौनपुर के अपर पुलिस नगर अधीक्षक अरविंद वर्मा ने सफाई दी. कहा कि मुकदमा पहले से दर्ज था. उन्हें जब एफआईआर का टााइम बताया गया तो उन्होंने कहा कि अभी वह व्यस्त हैं और बाद में बात करेंगे. वहीं सीओ शाहगंज ने कहा कि मटरू के खिलाफ किसी भी मुकदमे की जानकारी उन्हें नहीं है. इस मामले में अब जौनपुर एसपी अजय पाल शर्मा का भी बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि मृतक मटरू बिन्द के खिलाफ शिकायत मिली थी, इसलिए पुलिस ने केस रजिस्टर किया है।
वहीं देर रात मृतक मटरू बिन्द के घर पहुंचे निषाद पार्टी से चौरी चौरा के विधायक इंजीनियर श्रवण निषाद और शाहगंज के विधायक रमेश सिंह ने परिजनों को 5 लाख की आर्थिक सहायता दी और कहा की अगर किसी भी किसी भी तरह की तरह की संलिप्तता पाई जाएगी बड़े से बड़ा अधिकारी या कोई पुलिस कर्मचारी होगा उसके ऊपर कार्रवाई करेगी सरकार वहीं महिलाओं ने पुलिस मुर्दाबाद के नारे भी लगाए
बाइट श्रवण निषाद विधायक चौरी चौरा
बाइट रमेश सिंह विधायक शाहगंज