Jalaun Jhansi Connectivity Link Expressway: उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र को औद्योगिक विकास की नई रफ्तार देने के लिए राज्य सरकार ने एक और अहम कदम उठाया है। जालौन से झांसी तक 115 किलोमीटर लंबे नए लिंक एक्सप्रेस-वे की योजना पर काम शुरू हो गया है। यह एक्सप्रेस-वे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे को झांसी के पास बीड़ा में नोएडा की तर्ज पर बन रहे औद्योगिक शहर से जोड़ेगा। यूपी औद्योगिक एक्सप्रेसवे प्राधिकरण (यूपीडा) द्वारा इस परियोजना की पहल की गई है। ड्रोन सर्वे का काम जारी है और एक महीने में रूट तय होने की उम्मीद है। इस परियोजना के माध्यम से रक्षा कॉरिडोर, फार्मा पार्क और अन्य औद्योगिक गतिविधियों को बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा, जिससे क्षेत्र में निवेश और रोज़गार के अवसर भी बढ़ेंगे।
बुंदेलखंड में औद्योगिक भविष्य को नई दिशा
लिंक एक्सप्रेस-वे बुंदेलखंड के लिए औद्योगिक दृष्टिकोण से बेहद अहम माना जा रहा है। बीड़ा क्षेत्र में नोएडा की तर्ज पर विकसित हो रहे औद्योगिक शहर को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए यह एक्सप्रेस-वे तैयार किया जा रहा है। जालौन से शुरू होकर यह एक्सप्रेस-वे एरच के रास्ते झांसी तक पहुंचेगा। यह परियोजना लगभग 1300 करोड़ रुपये की लागत से तैयार की जाएगी और इसके पहले चरण में 228 करोड़ रुपये की लागत से भूमि अधिग्रहण किया जाएगा। सड़क की चौड़ाई चार लेन से शुरू होकर आगे चलकर छह लेन तक बढ़ाई जा सकेगी।
इन 63 गांवों से होकर गुजरेगा एक्सप्रेस-वे
इस नए Jalaun Jhansi Connectivity Link Expressway का प्रस्तावित रूट झांसी जिले के 63 गांवों से होकर गुजरेगा। इनमें गरौठा-गोगल, कुडरी, डुंडी, मलहेटा, अहरौरा, अंडोल, भदरवारा बुजुर्ग, मेढ़का, चक मेढ़का, स्किल बुजुर्ग, नया केरा, लभेरा, गोरा, जुझारपुरा, बिलाटी खेर, रौतनपुरा, टेहरका, टहरौली शमशेरपुरा, सुरवई, परगाना, रावतपुरा, पथरेंदी, दिनेरा, फूलखिरिया, कल्याणपुरा स्टेट, कलौथरा घाट, मोंठ बरहेटा, डबरी, पुराचीर, मुसावली, रामनगर, करगुवां, बरल, मोंठ खुर्द, नंदसिया, देवरा, निबि, खिरियाराम, नरी, सिमथरी, मुडई, बिरथारी, मुड़गांव, गंगावली, परासार, पाली परासार, खिरिया पाली, मवई गिर्द, बरगढ़, आरी, कोट, लकरा, रोनिजा, चंद्रा, अंबाबाय, कलोथरा, सारमऊ, सिमरा, पुनावली कला, रक्सा, डगरवाहा, उरई-फूलपूरा, टिमरौन, गोरन, जैसारी कला, किशोरा, कोटरा और हिलगना शामिल हैं। इन गांवों में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया के बाद निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाएगा।
डिफेंस कॉरिडोर और निवेश को मिलेगा लाभ
यह Jalaun Jhansi Connectivity Link Expressway बुंदेलखंड में मौजूद डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर को भी नई दिशा देगा। चित्रकूट और झांसी नोड में लग रही रक्षा इकाइयों से माल और संसाधनों की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित होगी। साथ ही बुंदेलखंड फार्मा पार्क के लिए भी यह एक्सप्रेस-वे अहम कड़ी बनेगा। दिल्ली, लखनऊ और आगरा से पूर्वांचल को जोड़ने के लिए भी यह नया मार्ग उपयोगी साबित होगा। राज्य सरकार को उम्मीद है कि इस परियोजना से भारी निवेश आएगा और क्षेत्रीय विकास को नई गति मिलेगी।
भविष्य की संरचना में होगा लचीलापन
शुरुआत में यह Jalaun Jhansi Connectivity Link Expressway चार लेन का होगा, लेकिन भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए इसे छह लेन तक बढ़ाने की योजना बनाई गई है। यूपीडा द्वारा जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया भी इसी हिसाब से की जा रही है ताकि भविष्य में विस्तार में कोई बाधा न आए। सरकार ने इस परियोजना के लिए शुरुआती धनराशि भी स्वीकृत कर दी है और इसकी प्रगति को प्राथमिकता दी जा रही है। यह लिंक एक्सप्रेस-वे बुंदेलखंड के लिए एक गेमचेंजर परियोजना बन सकता है।
लिंक एक्सप्रेस-वे न सिर्फ बुंदेलखंड की भौगोलिक और औद्योगिक स्थिति को मजबूत करेगा बल्कि झांसी और जालौन को औद्योगिक केंद्र के रूप में स्थापित करने में भी निर्णायक साबित होगा। जल्द ही इसके निर्माण से जुड़े सभी चरण सक्रिय रूप से शुरू किए जाएंगे।