Jhansi Medical College : उत्तर प्रदेश के झांसी मेडिकल कॉलेज में हुए दर्दनाक अग्निकांड पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि घटना में 10 मासूम बच्चों की मृत्यु अत्यंत दुखद है। मुख्यमंत्री ने कहा, पीड़ित बच्चों के लिए जांच और राहत की व्यवस्था में हम रात से ही लगे हुए थे। मेरी संवेदना उन सभी परिजनों के साथ है जिन्होंने अपने मासूम बच्चों को खोया है।
सीएम ने दिए जांच के निर्देश
मुख्यमंत्री ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग, मेडिकल कॉलेज की टीम, प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने मिलकर शेष बच्चों को सुरक्षित निकालने में सफलता पाई है। सीएम योगी ने इस घटना को बेहद गंभीरता से लिया है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
झांसी घटना पर CM योगी का बयान आया सामने
झांसी में बहुत ही दुखद घटना हुई
“10 बच्चों की वहां दुखद मृत्यु हुई है,शेष बच्चे सुरक्षित हैं”
“मृतक बच्चों के परिजनों के प्रति मेरी संवेदना”
“वहां पर स्वास्थ्य विभाग की पूरी टीम, मेडिकल कॉलेज की पूरी टीम, प्रशासन और पुलिस प्रशासन की… pic.twitter.com/j4LYA6DbSY
— News1India (@News1IndiaTweet) November 16, 2024
क्या हुआ था मेडिकल कॉलेज में?
झांसी मेडिकल कॉलेज में देर रात अचानक आग लग गई। आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। इस हादसे में 10 नवजात बच्चों की जान चली गई, जबकि कई अन्य बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
प्रशासन और सरकार की ओर से राहत कार्य
घटना के तुरंत बाद मेडिकल कॉलेज और प्रशासन की टीमें राहत कार्य में जुट गईं। झांसी के जिलाधिकारी ने बताया कि सभी घायल बच्चों का इलाज जारी है और मेडिकल कॉलेज में सुरक्षा और उपकरणों की जांच के लिए विशेष टीम गठित की गई है।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
इस हादसे में अपने बच्चों को खोने वाले माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। घटना ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। परिजनों ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
सरकार का मुआवजा और मदद का आश्वासन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता देने का वादा किया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मृतकों के परिजनों को मुआवजा देगी और घायलों के इलाज का पूरा खर्च वहन करेगी।
पूर्व में भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
झांसी मेडिकल कॉलेज में सुरक्षा मानकों को लेकर पहले भी सवाल उठ चुके हैं। यह घटना मेडिकल कॉलेज की सुरक्षा तैयारियों पर गंभीर सवाल खड़े करती है। सरकार ने अस्पतालों में अग्निशमन और सुरक्षा उपकरणों की जांच के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्देश दिया है।