Kanpur child death: सस्ती कैंडी का स्वाद बना घातक, तड़पते हुई गयी मासूम की जान… परिवार में शोक

Kanpur child death: कानपुर में एक चार साल के बच्चे की च्विंगम टॉफी खाने से मौत हो गई। टॉफी उसके गले में फंस गई, जिससे उसकी सांसें थम गईं। यह दुखद घटना परिवार और समुदाय में शोक का माहौल बना गई है, और स्थानीय लोग सुरक्षा मानकों की समीक्षा की मांग कर रहे हैं।

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Kanpur child death: कानपुर में एक दिल दहला देने वाली घटना में चार साल के एक बच्चे की च्विंगम टॉफी खाने के कारण जान चली गई। बच्चा स्थानीय दुकान से टॉफी लेकर घर आया और उसे खाते समय टॉफी उसके गले में फंस गई, जिससे उसकी असमय मृत्यु हो गई। यह घटना परिवार के लिए एक भयानक आघात बन गई है और पूरे इलाके में शोक का माहौल है।

घटना रविवार की शाम की है, जब बच्चे ने घर के पास की एक छोटी दुकान से अपनी पसंदीदा च्विंगम टॉफी खरीदी। टॉफी खाकर वह खुशी-खुशी घर लौटा, लेकिन जल्द ही उसे महसूस हुआ कि टॉफी उसके गले में फंस गई है। परिवार ने उसे बचाने के लिए कई प्रयास किए, लेकिन सभी प्रयास विफल रहे। तड़पते हुए बच्चे को जब परिवार ने अस्पताल पहुंचाया, तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं। चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

बच्चे के पिता, राहुल कश्यप, ने बताया कि उनका बेटा हमेशा हंसता-खेलता रहता था, और उसकी मुस्कान परिवार का केंद्र थी। अब परिवार के लिए इस दुख को सहना बहुत मुश्किल हो गया है। पड़ोसी भी इस घटना से शोक में डूबे हैं, और सभी बच्चे की मासूमियत को याद कर रहे हैं।

इस दुखद घटना के बाद, राहुल कश्यप ने Kanpur पुलिस में टॉफी बनाने वाली कंपनी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने की योजना बनाई है। वह कंपनी, जिसका नाम परी जैन है, को इस घटना के लिए जिम्मेदार मानते हैं और चाहते हैं कि उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। कश्यप ने कहा कि ऐसी टॉफियां बच्चों के लिए बेहद खतरनाक हो सकती हैं, और कंपनियों को उनके उत्पादों की गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों पर ध्यान देना चाहिए।

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इस घटना ने क्षेत्र में टॉफी और अन्य खाद्य उत्पादों के सेवन को लेकर चिंता बढ़ा दी है। च्विंगम टॉफी, जिसे फुटेला फ्रूट टॉफी के नाम से जाना जाता है, छोटे बच्चों के बीच काफी लोकप्रिय हो गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे उत्पादों के सेवन से छोटे बच्चों में गले में फंसने जैसी घटनाएं हो सकती हैं।

स्थानीय निवासियों ने Kanpur प्रशासन से इस मामले में त्वरित कार्रवाई की मांग की है और खाद्य सुरक्षा विभाग से अपील की है कि वह बाजार में उपलब्ध ऐसे उत्पादों की नियमित जांच करें। बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अभिभावकों को सलाह दी गई है कि वे अपने बच्चों को ऐसी टॉफियां देने से पहले सावधानी बरतें और उन्हें निगरानी में रखें।

इस दुखद घटना ने हमें यह याद दिलाया है कि साधारण से लगने वाले खाद्य पदार्थ भी बच्चों के लिए खतरनाक हो सकते हैं। इस परिवार के लिए यह एक गहरा आघात है, और समुदाय को यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि बच्चों की सुरक्षा हमेशा प्राथमिकता हो।

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