Kanpur CSA University recruitment: विश्वविद्यालय में प्रोफेसर बनने का सुनहरा मौका, 16 दिसंबर से इंटरव्यू शुरू

कानपुर के CSA विश्वविद्यालय में प्रोफेसर बनने का सपना देखने वाले अभ्यर्थियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। करीब 16 साल बाद विवि में एसोसिएट और प्रोफेसर पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू हो रही है। 16 दिसंबर से 48 पदों के लिए इंटरव्यू आयोजित होंगे, जिससे शैक्षणिक गुणवत्ता में सुधार की उम्मीद है।

CSA University

Kanpur CSA University recruitment: कानपुर के चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (CSA) में प्रोफेसर बनने का सपना देखने वाले अभ्यर्थियों के लिए खुशखबरी है। करीब 16 साल बाद विश्वविद्यालय में एसोसिएट और प्रोफेसर पदों पर भर्ती के लिए प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने पहले चरण में 48 पदों पर भर्ती की घोषणा की है। कुलपति डॉ. आनंद सिंह ने बताया कि 16 दिसंबर से इंटरव्यू शुरू होंगे। सभी पात्र अभ्यर्थियों को इसके लिए सूचित कर दिया गया है। यह प्रक्रिया विश्वविद्यालय के लिए मील का पत्थर साबित हो सकती है, खासकर तब, जब नैक (NAAC) मूल्यांकन का अगला चरण 2027 में होना है। शिक्षकों की कमी के कारण विश्वविद्यालय को शैक्षणिक और प्रशासनिक स्तर पर कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।

16 साल बाद खुला भर्ती का पिटारा

CSA University में 224 शिक्षक पद स्वीकृत हैं, लेकिन वर्तमान में केवल 13 स्थायी शिक्षक कार्यरत हैं। विश्वविद्यालय का संचालन 45 अतिथि शिक्षकों के सहारे किया जा रहा है। कुलपति डॉ. आनंद सिंह ने बताया कि शिक्षकों की कमी से नई शोध परियोजनाओं पर काम नहीं हो पा रहा है, जिससे केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ विवि को नहीं मिल रहा। 2022 में नैक मूल्यांकन के दौरान विवि को बी प्लस श्रेणी मिली थी। अब 2027 में अगला मूल्यांकन होगा, और शिक्षकों की नई भर्ती से इसमें सुधार की उम्मीद है।

विश्वविद्यालय ने 48 पदों पर नियुक्ति के लिए साक्षात्कार की प्रक्रिया तय कर ली है। अभ्यर्थियों को 16 दिसंबर से शुरू होने वाले इंटरव्यू के लिए बुलाया गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि प्रक्रिया पारदर्शी और समयबद्ध हो। यह भर्ती न केवल शिक्षकों की कमी को दूर करेगी, बल्कि विवि की शोध और अकादमिक गुणवत्ता में भी सुधार लाएगी।

शिक्षा और शोध में सुधार की उम्मीद

शिक्षकों की कमी के कारण विवि में नई शोध योजनाओं पर काम ठप पड़ा है। विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि नई भर्तियों के बाद न केवल शैक्षणिक कार्यों में तेजी आएगी, बल्कि सरकार की योजनाओं को भी प्रभावी रूप से लागू किया जा सकेगा। आने वाले वर्षों में यह पहल CSA University को देश के अग्रणी कृषि विश्वविद्यालयों में शामिल करने की दिशा में एक अहम कदम साबित हो सकती है।

यह पहल न केवल विवि के शैक्षणिक सुधार में मददगार होगी, बल्कि छात्रों और शोधार्थियों के लिए भी एक सकारात्मक संकेत है।

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