Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश में कानपुर और लखनऊ के बीच यात्रा करने वालों के लिए बड़ी खबर है। रेलवे ने गंगा नदी पर बने पुराने पुल के जर्जर हो चुके ट्रैक की मरम्मत के लिए 42 दिनों का मेगा ब्लॉक लेने का फैसला किया है। यह ब्लॉक 20 मार्च से 30 अप्रैल 2025 तक चलेगा और इस दौरान हर रोज सुबह 8:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक, यानी 9 घंटे तक रेल यातायात पूरी तरह से बंद रहेगा।
डीआरएम के निरीक्षण में सामने आई पुल की खराब स्थिति
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि पिछले कई महीनों से गंगा पुल की हालत खराब होती जा रही थी। दिसंबर में डीआरएम सचींद्र मोहन शर्मा ने पुल का निरीक्षण किया था, जिसमें पाया गया कि पुल के ऊपर लगे लोहे के ट्रफ पूरी तरह से जंग लगकर गल चुके हैं। इनकी जगह अब एच-बीम स्लीपर लगाए जाएंगे, जिससे पुल मजबूत होगा और ट्रेनों की रफ्तार भी बेहतर होगी।
मेगा ब्लॉक से 172 ट्रेनें रद्द, 700 से ज्यादा प्रभावित
रेलवे की ओर से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, इस ब्लॉक के दौरान 172 ट्रेनों को पूरी तरह रद्द कर दिया गया है और करीब 700 से ज्यादा ट्रेनें प्रभावित होंगी। इनमें कई एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनें शामिल हैं, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ेगी।
इन प्रमुख ट्रेनों को किया गया रद्द
प्रयागराज-कानपुर इंटरसिटी एक्सप्रेस
वीरांगना लक्ष्मीबाई जंक्शन-लखनऊ इंटरसिटी एक्सप्रेस
लखनऊ जंक्शन-वीरांगना लक्ष्मीबाई सुपरफास्ट एक्सप्रेस
प्रयागराज संगम-कानपुर अनवरगंज पैसेंजर
कानपुर-रायबरेली पैसेंजर
सीतापुर-कानपुर पैसेंजर
लखनऊ-कानपुर मेमू
छपरा-फर्रुखाबाद एक्सप्रेस
लखनऊ-लोकमान्य तिलक टर्मिनस सुपरफास्ट एक्सप्रेस
यात्रियों को होगी परेशानी, लेकिन सुरक्षा भी जरूरी
रेलवे का कहना है कि यह फैसला यात्रियों की सुरक्षा के लिए लिया गया है। हालांकि, इतने बड़े मेगा ब्लॉक से यात्रियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। खासकर रोज सफर करने वाले लोग और लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्री इससे प्रभावित होंगे।
रेलवे ने यात्रियों को दी सलाह
रेलवे ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे अपनी यात्रा की योजना पहले से बना लें और रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट या स्टेशनों से ट्रेन की स्थिति की जानकारी लेते रहें। मेगा ब्लॉक के कारण कई ट्रेनों के समय में भी बदलाव किया गया है, इसलिए सफर से पहले जरूरी अपडेट लेना आवश्यक है।
नया पुल बनने के बाद बढ़ेगी ट्रेनों की स्पीड
इस मरम्मत कार्य के पूरा होने के बाद पुल की स्थिति पहले से काफी बेहतर होगी और ट्रेनों की गति में भी सुधार आएगा। इससे यात्रियों को भविष्य में फायदा मिलेगा और रेल यात्रा अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक होगी।