Jhansi Nathu Ram BLO News: उत्तर प्रदेश के झांसी जिले के मऊरानीपुर विकासखंड के भानपुरा गांव में काम के अत्यधिक दबाव से तंग आकर एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। ग्राम रोजगार सेवक और बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) नाथू राम ने बुधवार शाम जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। उन्हें तत्काल मऊरानीपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले जाया गया, जहाँ से उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।
यह घटना तब हुई जब नाथू राम पर एसआईआर (संक्षिप्त पुनरीक्षण) का काम और ग्राम पंचायत में जॉब कार्ड के लिए ईकेवाईसी (इलेक्ट्रॉनिक नो योर कस्टमर) प्रक्रिया को निर्धारित समय सीमा में पूरा करने का दबाव था। परिजनों का कहना है कि गांव में कमजोर इंटरनेट कनेक्टिविटी के कारण ईकेवाईसी का काम बाधित हो रहा था, जबकि अधिकारी लगातार कार्रवाई का दबाव बना रहे थे।
परिजनों के अनुसार, नाथू राम आर्य बीएलओ के रूप में संक्षिप्त पुनरीक्षण (एसआईआर) के काम में लगे थे। इसके साथ ही, उन्हें ग्राम पंचायत में जॉब कार्ड की ईकेवाईसी प्रक्रिया को भी जल्द से जल्द पूरा करने को कहा गया था। उनके बेटे ने बताया कि गांव में इंटरनेट कनेक्शन बेहद कमजोर होने के कारण ईकेवाईसी का काम मुश्किल हो रहा था, लेकिन Jhansi ब्लॉक के अधिकारी लगातार काम पूरा करने और कार्रवाई का दबाव बना रहे थे।
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पहले उन्हें मऊरानीपुर के सीएचसी लाया गया, जहाँ से उनकी हालत नाजुक होने के कारण झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। घटना की जानकारी मिलते ही एडीएम शिव प्रताप और अन्य प्रशासनिक अधिकारी मेडिकल कॉलेज पहुंचे और पीड़ित के स्वास्थ्य तथा घटना के कारणों की जानकारी ली।
हालांकि, Jhansi प्रशासन इस दावे से इनकार कर रहा है। एडीएम शिव प्रताप ने बताया कि नाथू राम मऊरानीपुर विकास खंड में रोजगार सेवक हैं और उनके द्वारा विषाक्त पदार्थ खाने की सूचना मिली है। उन्होंने कहा कि “उनके द्वारा एसआईआर का कार्य एक सप्ताह पहले ही अच्छे तरीके से संपन्न कराया जा चुका था।” एडीएम ने ज़हर खाने के पीछे किसी अन्य कारण की आशंका जताई है और कहा है कि मामले की जांच की जा रही है। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।



