राजधानी में अवैध निर्माण के खिलाफ लखनऊ विकास प्राधिकरण बड़े-बड़े दावे करता है। हर महीने कई अवैध निर्माणों की लिस्ट तैयार की जाती है पर जमीन पर इसका असर नहीं दिखाई देता है। राजधानी में सैकड़ों की संख्या में अवैध इमारतें हैं जिनको कई बार नोटिस भी जारी हुआ। साथ ही साथ निर्माण के ध्वस्तीकरण का आदेश तक जारी किया गया पर कार्यवाही नहीं हुई।
अवैध निर्माण से अधिकारी बेखबर
ताजा मामला निराला नगर के डी. एस- 6 कुतुबपुर इरादत नगर का है जहां एक अवैध बिल्डिंग बन कर तैयार हो जाती है। यह अवैध निर्माण मंजू सिंह पत्नी ओमवीर सिंह का है पर एलडीए के अधिकारी इससे बेखबर रहते हैं। जब इस अवैध निर्माण की शिकायत होती है तो नोटिस देने का खेल शुरू किया जाता है। कई महीनों तक नोटिस ही जारी होता रहता है। 28 जनवरी 2021 को इस अवैध निर्माण के ध्वस्तीकरण का आदेश भी जारी हो जाता है पर दो साल का समय निकल चुका है। आज तक कोई कार्रवाई एलडीए की तरफ से नहीं हुई है। राजधानी में ऐसे सैकड़ो अवैध निर्माण हैं जो एलडीए की फाइलों में गायब हो चुके हैं। एलडीए के इस रवैये के चलते राजधानी के स्मार्ट सिटी के सपने को धक्का लग रहा है।