Pink booth: महिलाओं, बुजुर्गों और छात्राओं के लिए बड़ी सुविधा की शुरुआत हो गई है। अब उन्हें थाने जाकर शिकायत दर्ज कराने की जरूरत नहीं होगी। साइबर अपराध से जुड़ी शिकायतें अब शहर के पिंक बूथों पर दर्ज कराई जा सकेंगी। इन बूथों पर तैनात पिंक बूथ ऑफिसर, जो साइबर एक्सपर्ट हैं, पीड़ितों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहेंगे। शहर में कुल 99 पिंक बूथ बनाए गए हैं, जिनमें से 23 बूथ रात 11 बजे तक खुलेंगे। इसके साथ ही अब ये पिंक बूथ गूगल मैप पर भी उपलब्ध हैं, ताकि कोई भी पीड़ित आसानी से अपने नजदीकी बूथ तक पहुंच सके। महिला अपराध के एसीपी सौम्या पांडेय इस योजना की नोडल अधिकारी हैं और शिकायत दर्ज कराने आए लोगों को कागज-पेन तुरंत उपलब्ध कराया जाएगा। यह पहल महिलाओं और बुजुर्गों की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी।
पिंक बूथों की सुविधा से बढ़ेगी महिलाओं की सुरक्षा
Pink booth लखनऊ पुलिस ने महिलाओं, बुजुर्गों और छात्राओं की सुरक्षा को लेकर एक नई पहल शुरू की है। साइबर अपराध की शिकार पीड़ित महिलाएं अब थाने जाने की बजाय किसी भी नजदीकी पिंक बूथ पर जाकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकती हैं। शहर में कुल 99 पिंक बूथ बनाए गए हैं, जिनमें 85 शहर में और 14 ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। प्रत्येक बूथ पर तैनात 133 पिंक बूथ ऑफिसर साइबर एक्सपर्ट हैं, जो शिकायतों को तुरंत दर्ज करते हैं और जरूरत पड़ने पर संबंधित थाने को रिपोर्ट भी भेजते हैं।
गूगल मैप पर उपलब्ध हैं पिंक बूथ
अब Pink booth की लोकेशन गूगल मैप पर भी उपलब्ध है। किसी भी पीड़ित महिला या बुजुर्ग को बस अपने नजदीकी पिंक बूथ की लोकेशन गूगल मैप पर सर्च करनी होगी, जिससे वे आसानी से वहां तक पहुंच सकेंगे। इस सुविधा से पिंक बूथों तक पहुंचना और भी आसान हो गया है। शिकायत दर्ज कराने आने वालों को तुरंत कागज और पेन भी दिए जाते हैं ताकि उन्हें किसी तरह की असुविधा न हो।
साइबर अपराधों पर त्वरित कार्रवाई
Pink booth ऑफिसर साइबर फ्रॉड या किसी अन्य साइबर अपराध की शिकायत मिलने पर तुरंत एनसीआरपी पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराते हैं। यदि आवश्यक हुआ तो पीड़ितों की रिपोर्ट संबंधित थाने में जाकर एफआईआर भी करवाई जाती है। यह व्यवस्था खासतौर पर महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है क्योंकि वे साइबर क्राइम सेल या थाने जाकर अपनी पूरी बात आसानी से नहीं कह पाती थीं।
23 पिंक बूथ रात 11 बजे तक खुलेंगे
महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए 23 पिंक बूथ सुबह 7 बजे से रात 11 बजे तक खुलेंगे। इनमें भूतनाथ मार्केट, मुंशी पुलिया चौराहा, पकरी पुल, आलमबाग बस अड्डा, वेव माल, मेडिकल कॉलेज, चारबाग रेलवे स्टेशन जैसे प्रमुख स्थान शामिल हैं।
पुलिस की प्रतिक्रिया
एसीपी महिला अपराध सौम्या पांडेय ने कहा कि यह पहल महिलाओं की सुरक्षा और उनके आत्मसम्मान को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने सभी महिलाओं से अपील की है कि वे बिना किसी झिझक के पिंक बूथों पर जाकर अपनी शिकायतें दर्ज कराएं और सुरक्षा सुनिश्चित करें।
यह नई व्यवस्था महिलाओं, बुजुर्गों और छात्राओं के लिए एक बड़ी मदद साबित होगी और उन्हें साइबर अपराध से सुरक्षित रखने में अहम भूमिका निभाएगी।