Jhansi Love Jihad: झाँसी के मऊरानीपुर कस्बे में एक चौंकाने वाला ‘लव जिहाद’ का मामला सामने आया है, जहाँ एक मुस्लिम युवक ने अपनी हिंदू पहचान छिपाकर एक छात्रा को प्रेम जाल में फँसाया। आरोपी अफरोज ने खुद को समीर आर्य बताकर छात्रा के साथ नज़दीकियाँ बढ़ाईं और उसका यौन शोषण किया। जब छात्रा को उसकी असली पहचान का पता चला और उसने दूरी बनाने की कोशिश की, तो आरोपी ने उसकी निजी तस्वीरें और वीडियो वायरल करने की धमकी दी। इसके साथ ही, उसने छात्रा पर जबरन निकाह का दबाव भी बनाना शुरू कर दिया। इस घटना के बाद, पीड़िता ने अपनी माँ और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिससे इस मामले ने एक नया मोड़ ले लिया है। पुलिस ने फिलहाल जाँच शुरू कर दी है, लेकिन अब तक कोई गिरफ़्तारी या FIR दर्ज नहीं की गई है।
फर्जी पहचान और विश्वासघात की कहानी
यह घटना मऊरानीपुर की है, जहाँ की रहने वाली एक बीटीसी छात्रा ने अफरोज नाम के युवक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। छात्रा के अनुसार, अफरोज ने खुद को समीर आर्य बताकर उससे दोस्ती की। उसने अपनी पहचान को विश्वसनीय बनाने के लिए हिंदू रीति-रिवाजों वाली तस्वीरें भी साझा कीं। यह विश्वास तब टूटा जब छात्रा को उसकी असली पहचान का पता चला। छात्रा की माँ के अनुसार, उनकी बेटी ने तुरंत अफरोज से दूर रहने का फैसला किया।
ब्लैकमेलिंग और जान से मारने की धमकी
जब छात्रा ने अफरोज से संबंध तोड़ने की कोशिश की, तो आरोपी ने उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। उसने पीड़िता की कुछ निजी तस्वीरें और वीडियो वायरल करने की धमकी दी। इतना ही नहीं, उसने पीड़िता और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी देकर जबरन निकाह का दबाव बनाया। पीड़िता ने बताया कि आरोपी ने यह भी धमकी दी कि अगर वह शादी से इनकार करती है, तो वह आत्महत्या कर उसके पूरे परिवार को फँसा देगा।
जहर खाने का नाटक और पुलिस कार्रवाई
मामला तब और गंभीर हो गया जब सोमवार को अफरोज पीड़िता के घर पहुँचा और परिवार को डराने के लिए जहर खाने का नाटक किया। उसने एक पुड़िया खोली और मुँह में डाल ली। जब परिवार उसे अस्पताल ले गया, तो डॉक्टरों ने पुष्टि की कि यह सिर्फ एक नाटक था। इसके बाद, पीड़िता और उसके परिवार ने बजरंग दल के सदस्यों के साथ मऊरानीपुर कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई और सख्त कार्रवाई की माँग की। बजरंग दल ने इसे ‘लव जिहाद’ का एक सुनियोजित मामला बताया है।
पुलिस की चुप्पी और जाँच जारी
पीड़िता और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने आरोपी की तस्वीरें भी पुलिस को सौंपी हैं, जिनमें एक में वह तिलक लगाए हिंदू युवक के रूप में दिख रहा है। हालाँकि, इस संवेदनशील मामले पर पुलिस अधिकारियों ने मीडिया के सामने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। पुलिस ने फिलहाल प्रार्थना पत्र के आधार पर जाँच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक कोई गिरफ़्तारी या प्राथमिकी (FIR) दर्ज नहीं की गई है। यह मामला सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे स्थानीय लोगों में गुस्सा और आक्रोश है।