Lucknow Bahraich four-lane highway: लखनऊ से बहराइच और गोंडा जाने वाले यात्रियों के लिए बड़ी खबर है। केंद्र सरकार ने बाराबंकी से बहराइच के बीच 101 किमी लंबे फोरलेन हाईवे को मंजूरी दे दी है। ₹7000 करोड़ की लागत से बनने वाला यह आधुनिक हाईवे सफर को मौजूदा ढाई घंटे से घटाकर मात्र एक से सवा घंटे कर देगा। 100 किमी/घंटा की अधिकतम गति वाले इस मार्ग पर 35 छोटे-बड़े पुल और 27 अंडरपास बनाए जाएंगे, जिससे आवागमन में कोई बाधा न आए। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा निर्मित यह हाईवे ऑटोमैटिक टोल प्लाजा और ट्रैफिक मैनेजमेंट सिग्नल जैसी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा, जिससे गोंडा और बलरामपुर के यात्रियों को भी तेज और सुरक्षित कनेक्टिविटी मिलेगी। अब बस धनराशि स्वीकृति का इंतजार है, जिसके बाद Lucknow Bahraich परियोजना पर काम शुरू हो जाएगा।
परियोजना की मुख्य विशेषताएं
लागत और लंबाई: इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर ₹7000 करोड़ की लागत आएगी और इसकी लंबाई 101 किलोमीटर होगी, जो बाराबंकी में जरवल रोड के पास से शुरू होगी।
प्रवेश बिंदु: लखनऊ के यात्री सफेदाबाद क्षेत्र में बर्रा चौक के पास से हाईवे पर प्रवेश कर सकेंगे।
आधुनिक सुविधाएं: हाईवे पूरी तरह से ऑटोमैटिक ट्रैफिक मैनेजमेंट सिग्नल युक्त होगा, जिसमें 50 से अधिक कैमरे लगाए जाएंगे। टोल प्लाजा भी ऑटोमैटिक होंगे।
संरचना और कनेक्टिविटी: 101 किमी लंबे इस हाईवे पर सुगम यातायात सुनिश्चित करने के लिए 08 बड़े पुल (60 मीटर से बड़े), 27 छोटे पुल (60 मीटर से छोटे), और 27 अंडरपास सहित दो रेलवे ओवरब्रिज (ROB) का निर्माण किया जाएगा।
स्थानीय आवाजाही: हाईवे के दोनों तरफ सर्विस लेन बनाए जाएंगे, जिससे स्थानीय वाहनों का आवागमन हाईवे पर अनावश्यक दबाव नहीं डालेगा।
यात्रियों के लिए सुविधा: हाईवे पर दो रेस्ट एरिया (एक जाने और एक आने वाली साइड में) होंगे, जिनमें पेट्रोल पंप, रेस्टोरेंट और मेडिकल शॉप जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
गोंडा और बलरामपुर को भी मिलेगी रफ्तार
यह नया Lucknow Bahraich फोरलेन हाईवे न सिर्फ लखनऊ और बहराइच के बीच की दूरी कम करेगा, बल्कि गोंडा और बलरामपुर से आने-जाने वाले यात्रियों के लिए भी सफर को तेज और आरामदायक बनाएगा। अभी इन जिलों से जरवल तक फोरलेन मिलता था, लेकिन उसके बाद बाराबंकी तक टू-लेन से आना पड़ता था। अब जरवल से बाराबंकी तक फोरलेन होने से इन सभी यात्रियों के सफर को नई रफ्तार मिलेगी।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) मुख्यालय और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय (MoRTH) ने परियोजना पर सहमति जता दी है। धनराशि स्वीकृति के लिए नवंबर में डीपीआर को कैबिनेट के पास भेज दिया गया है। कैबिनेट से धनराशि स्वीकृत होते ही इस महत्वपूर्ण परियोजना पर जल्द ही काम शुरू हो जाएगा।



