MahaKumbh 2025 : प्रयागराज के हवाई किराए आसमान पर ,यात्रियों की मुश्किलें बढ़ी, क्या सरकार कोई कदम उठाएगी

महाकुंभ 2025 के चलते प्रयागराज जाने वाले हवाई टिकट के दाम 50,000 रुपये से भी ज्यादा हो गए हैं। प्रमुख स्नान तिथियों पर डिमांड बढ़ने से किराए में बढ़ोतरी हुई। DGCA ने एयरलाइंस को किराया कम करने और जनवरी में 81 अतिरिक्त उड़ानों को मंजूरी दी गई है।

Mahakumbh 2025 flight fares

Flight fares skyrocket for Mahakumbh 2025 महाकुंभ 2025 के चलते प्रयागराज आने जाने के लिए हवाई टिकट की कीमतें आसमान छू रही हैं। देशभर से प्रयागराज के लिए फ्लाइट्स का किराया 50,000 रुपये से भी ज्यादा हो गया है। चेन्नई से राउंड ट्रिप टिकट 53,000 रुपये के पार है, जबकि कोलकाता, हैदराबाद, मुंबई और बेंगलुरु से भी किराए में भारी बढ़ोतरी देखी जा रही है।

प्रमुख स्नान तारीखों पर बढ़ा दबाव

महाकुंभ के खास स्नान जैसे 3 फरवरी को बसंत पंचमी, 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के दौरान टिकट की डिमांड तेजी से बढ़ी है। इन तारीखों पर दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और अन्य बड़े शहरों से प्रयागराज आने जाने वाले यात्रियों को महंगे टिकट खरीदने पड़ रहे हैं।

प्रमुख शहरों से किराए की स्थिति

दिल्ली से प्रयागराज (1 फरवरी)

स्पाइसजेट ₹13,888 (नॉनस्टॉप)

एयर इंडिया ₹19,583

एलायंस एयर ₹23,727

आकासा एयर ₹25,565

कोलकाता से प्रयागराज (1 फरवरी)

एयर इंडिया ₹23,764 और ₹26,807

इंडिगो और स्पाइसजेट (ले-ओवर)
₹27,543

मुंबई से प्रयागराज (1 फरवरी)

स्पाइसजेट ₹21,144 और ₹22,257 (नॉनस्टॉप)

एयर इंडिया ₹32,401

यात्रियों की परेशानी और DGCA की पहल

यात्रियों की बढ़ती शिकायतों को देखते हुए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एयरलाइंस को किराए में कमी और उड़ानों की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया। 23 जनवरी को हुई एक बैठक में DGCA ने कहा कि तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए उड़ानों का विस्तार किया जाए।
DGCA ने जनवरी में 81 अतिरिक्त उड़ानों की मंजूरी दी है, जिससे प्रयागराज के लिए कुल 132 उड़ानों का नेटवर्क तैयार हो गया है। इस पहल से यात्रियों को अधिक विकल्प मिलेंगे और किराए में भी राहत मिलने की उम्मीद है।

टिकट महंगा क्यों

महाकुंभ के दौरान लाखों लोग तीर्थ यात्रा पर आते हैं। इस बार भी स्नान की तारीखों के आसपास फ्लाइट की मांग बहुत बढ़ गई है। एयरलाइंस इस मौके का फायदा उठाकर किराए बढ़ा रही हैं। हालांकि DGCA की कोशिश है कि यात्रियों पर इस बढ़ती कीमत का बोझ कम हो।

क्या उम्मीद की जा रही है

DGCA के निर्देश के बाद उड़ानों की संख्या तो बढ़ाई गई है, लेकिन अभी भी हवाई टिकट सस्ते नहीं हुए हैं। उम्मीद है कि आगे और फ्लाइट्स जुड़ने से किराए में कमी आएगी और तीर्थयात्रियों को राहत मिलेगी।

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