Mahakumbh 2025 transport plan महाकुंभ 2025 के आखिरी चरण में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने वाली है। खासकर 15, 16 और 17 फरवरी (शनिवार, रविवार और सोमवार) को प्रयागराज में भारी संख्या में लोग स्नान के लिए पहुंच सकते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने 2250 अतिरिक्त बसें चलाने की योजना बनाई है।
महाकुंभ में अमृत स्नान के अलावा, शनिवार और रविवार को भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए आ सकते हैं। ऐसे में किसी को यात्रा में परेशानी न हो, इसके लिए परिवहन विभाग ने एडवांस प्लान तैयार किया है। बसों की संख्या बढ़ाने से श्रद्धालुओं को आवागमन में सहूलियत मिलेगी और किसी को ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
यात्रा को सुगम बनाने के लिए खास निर्देश
उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि हर जरूरी प्रबंध किए जाएं। उन्होंने कहा कि प्रयागराज के सभी अस्थाई बस स्टेशनों पर अफसरों की ड्यूटी तय की जाए ताकि बसों का संचालन बिना किसी रुकावट के हो।
मंत्री ने यह भी कहा कि छुट्टियों के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ ज्यादा होगी, इसलिए बसों के संचालन की खास योजना बनाई जाए। साथ ही, नोडल अधिकारियों को आदेश दिया गया है कि महाकुंभ जाने वाले यात्रियों की सुरक्षा और सुविधाओं का पूरा ध्यान रखा जाए। अगर किसी भी स्तर पर कोई गड़बड़ी पाई गई तो उसकी जिम्मेदारी संबंधित अधिकारी की होगी।
ट्रेनें फुल, यात्रियों की भारी भीड़
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी ज्यादा हो रही है कि प्रयागराज से लौटने वाली ट्रेनें खचाखच भरी हुई हैं। पटना जंक्शन समेत कई रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं। हर कोई सुरक्षित अपने घर पहुंचने की कोशिश कर रहा है, लेकिन ट्रेनों में भारी भीड़ के कारण कुछ यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
आरपीएफ ने 289 बिछड़े लोगों को अपनों से मिलाया
महाकुंभ मेले में लाखों श्रद्धालु पहुंच रहे हैं, जिससे कई लोग अपने परिवार से बिछड़ जाते हैं। ऐसे लोगों को उनके परिवार से मिलाने का काम रेलवे पुलिस बल (आरपीएफ) और खोया-पाया केंद्रों की टीम कर रही है।
अब तक आरपीएफ ने 289 लोगों को उनके परिजनों से मिलाया है। उत्तर मध्य रेलवे के आरपीएफ महानिरीक्षक अमिय नंदन सिन्हा ने बताया कि प्रयागराज जंक्शन, सूबेदारगंज, नैनी और छिवकी स्टेशन पर विशेष टीमें बनाई गई हैं, जो बिछड़े लोगों को उनके परिवार से जोड़ने का काम कर रही हैं।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार
महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है, जिसमें करोड़ों लोग हिस्सा लेते हैं। इतनी बड़ी भीड़ को संभालना किसी चुनौती से कम नहीं, लेकिन सरकार और प्रशासन पूरी तैयारी में जुटे हुए हैं। अतिरिक्त बसों और ट्रेनों की व्यवस्था से लेकर, सुरक्षा और खोया-पाया केंद्रों तक हर पहलू पर ध्यान दिया जा रहा है ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो।
महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की यात्रा को आसान बनाने के लिए उत्तर प्रदेश परिवहन निगम 2250 अतिरिक्त बसें चला रहा है। सरकार ने भीड़ को संभालने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए हैं। रेलवे पुलिस भी बिछड़े लोगों को उनके परिवार से जोड़ने का काम कर रही है। इस ऐतिहासिक मेले में श्रद्धालुओं को किसी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए हर संभव इंतजाम किए गए हैं।