प्रयागराज ऑनलाइन डेस्क। प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ के बाद बृहस्पतिवार को एकबार फिर आग लग गई, जिससे टेंट और पंडाल धू-धू कर जलनगे लगे। ये आग सेक्टर 22 में लगी। तत्काल फायर बिग्रेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर कापू पाया। फिलहाल अग्निकांड में किसी के हताहत की खबर नहीं हैं। मेला के डीआईजी ने बताया कि आग पर कापू पा लिया गया है। आग कैसे लगी, इसकी जांच की जा रही है।
टेंट और पंडाल जल गए
महाकुंभ का सेक्टर-22 स्थित झूसी के छतनाग घाट और नागेश्वर घाट पर अचानक आग लग गई। कई टेंट जलने लगे। यह देख श्रद्धालु अपने-अपने टेंटों से बाहर निकल आए और फायर ब्रिगेड को जानकारी दी। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम आग बुझाने में जुट गई है। आग से कई टेंट जलकर राख हो गए. गनीमत है कि कोई जनहानि नहीं हुई है। डीआईजी वैभव कृष्ण ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है। आग की चपेट में आने से टेंट और पंडाल जल गए हैं। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है।
19 जनवरी को महाकुंभ में बड़ा आग हादसा
इससे पहले 19 जनवरी को महाकुंभ में बड़ा आग हादसा हुआ है। सेक्टर-19 में बनाए गए गीता प्रेस के पंडालों में आग लग गई थी। आग से कई टेंट जल कर राख हो गए थे। सिलेंडर भी ब्लास्ट हुआ था, जिससे आसमान में धुएं का गुबार दिखाई दे रहा था। हालांकि फायर ब्रिगेड की टीम ने समय रहते आग पर काबू पा लिया था, जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया था। तब आग लगने से गीता प्रेस को करोड़ों का नुकसान हुआ था। कुछ लोग आग में झुलस गए थे।
और पीड़ित लोगों के रहने की व्यवस्था की
हादसे के बाद सीएम योगी भी घटनास्थल पहुंचे थे और हताहत लोगों को तत्काल मदद मुहैया कराने के निर्देश दिए थे। इसके बाद प्रशासन ने रातों-रात वहां पर नए टेंट बनवाए और पीड़ित लोगों के रहने की व्यवस्था की। इसके बाद से महाकुंभ में भक्तों के आने का सिलसिला जारी है। 13 से लेकर 30 जनवरी के बीच करीब 20 करोड़ से अधिक भक्त संगम में स्नान कर चुके हैं। प्रदेश सरकार की तरफ से भक्तों के लिए आधुनिक व्यवस्थाएं कराई गई हैं।
तभी उसमें आग लग गई
मौनी अमावस्या सनान के दिन भी आग लगने की एक घटना हुई थी। भगदड़ के बाद जब महाकुंभ मेला क्षेत्र से एक एंबुलेंस किसी घायल श्रद्धालु को हॉस्पिटल ले जा रही थी, तभी उसमें आग लग गई। बताया जा रहा है कि अचानक एंबुलेंस के इंजन से धुंआ उठने लगा और इसके बाद आग ने पूरी एंबुलेंस को अपनी चपेट में ले लिया। आग लगने के बाद आसपास के लोग तुरंत एक्टिव हो गए और आग बुझाने की कोशिश की।
भगदड में 30 श्रद्धालुओं की मौत
व्हीं बुधवार की देररात महाकुंभ मेला क्षेत्र में मौनी अमावस्या के कारण करोड़ों लोग संगम तट पर पहुंचे। तभी अचालक भगदड़ गई। जिसके कारण 30 श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत हो गई, तो वहीं 60 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस-प्रशासन ने कड़ी मशक्कत के बाद हालात पर कापू पाया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने भगदड़ कांड की जांच को लेकर एक तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है।