प्रयागराज ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से महाकुंभ का आगाज होगा। जिसको लेकर प्रदेश सरकार की तरफ से व्यापक तैयारियां की गई हैं। संगम के तट पर अभेद सुरक्षा-व्यवस्था। एनएसजी, यूपी एसटीएस और यूपी एसटीएफ के जांबाज कमांडोज की निगहबानी के चलते महाकुंभ में परिंदा भी पर नहीं मार सकता। इसी को ध्यान में रखते हुए पुलिस के साथ एनएसजी-एटीएस के कमांडोज ने मॉकड्रिल किया। ये बालसन चौराहे पर मॉकड्रिल की गई। इस दौरान हथियारों से लैस आतंकी मेले के अंदर दाखिल होते हैं और 25 लोगों को बंधक बना लेते हैं। तभी कमांडोज का पलटवार होता है और सभी बंधकों को छुड़ाने के साथ ही आतंकियों को ढेर कर देते हैं।
एक्शन में आए कमांडोज
महाकुंभ की पुलिस को अचानक से वायरलेस पर मैसेज आया कि बालसन चौराहे पर आतंकियों ने एक बस को हाईजैक कर 25 लोगों को बंधक बना लिया है। इसके बाद एनएसजी कमांडो, एटीएस और प्रयागराज पुलिस ने बालसन चौराहे रेस्क्यू ऑपरेशन लांच किया। कमांडो ने करीब आधे घंटे के ऑपरेशन के दौरान सभी आतंकियों को ढेर कर करने के साथ 25 बंधकों को मुक्त करवाया। पुलिस, एनएसजी और एटीएस की कार्रवाई को देख लोग डर गए। बाद में पता चला कि प्रयागराज महाकुंभ में किसी भी आतंकी हमले से निपटने के लिए प्रयागराज पुलिस, एनएसजी और एटीएस की तरफ से एक मॉक एक्सरसाइज की गई थी।
रणनीतिक तरीके से मॉक ड्रिल
तीनों सुरक्षा ऐजेंसियों ने आतंकवादी घटना के दौरान बंधकों को सुरक्षित बचाने की प्रक्रिया का परिक्षण किया। मॉक एक्सरसाइज के दौरान 25 बंधकों को छुड़ाने के लिए रणनीतिक तरीके से मॉक ड्रिल किया गया। इस अभ्यास में कमिश्नरेट प्रयागराज पुलिस, एनएसजी कमांडो और एटीएस शामिल रही। ताकि ऐसी किसी भी आपात स्थिति में त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जा सके। महाकुम्भ की तैयारियों के मद्देनजर डीसीपी सिटी अभिषेक भारती के नेतृत्व में यह मॉक एक्सरसाइज की गई। डीसीपी सिटी अभिषेक भारती ने बताया कि महाकुंभ को लेकर पुलिस की तरफ से तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। सभी सुरक्षाबल के जवान आपस में तालमेल के साथ महाकुंभ की सुरक्षा में तैनात हैं। पुलिस हर चुनौती से निपटने को लेकर तैयार है।
बनाया जा रहा हाईटेक रूम
बता दें, महाकुंभ 2025 में आने वाले 45 करोड़ श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर योगी सरकार ने अपनी कमर कस ली है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए कई हाइटेक कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। जिसमें हाई लेवल की मीटिंग के साथ-साथ सुरक्षा के कई जरूरी कामों पर निगरानी रखी जा रही है। इन हाईटेक रूम की खास बात यह है कि इन कंट्रोल रूम का निर्माण बॉलीवुड के प्रसिद्ध आर्ट डायरेक्टर कर रहे है। उनका दावा है कि हाईटेक सुविधाओं वाला यह कंट्रोल रूम 7 दिन के अंदर तैयार हो जाएगा। इसी के जरिए पूरे महाकुंभ पर नजर रखी जाएगी।
एनएसजी कर रही महाकुंभ की पहरेदारी
वहीं महाकुंभ में 200 एनएसजी (नेशनल सिक्योरिटी गार्ड) कमांडों की तैनाती होनी है। 100 एनएसजी कमांडों ने मोर्चा संभाल लिया है। महाकुंभ में चार टीमें तैनात की जाएंगी। हर टीम में 50 कमांडो शामिल हैं। अभी दो टीम महाकुंभ में पहुंच गई है। ये टीमें अत्याधुनिक हथियारों के साथ सोमवार को हेलीकॉप्टर के जरिए कुंभ क्षेत्र में पहुंची। बाकी दो टीमों को भी जल्द ही महाकुंभ की सुरक्षा के लिए प्रयागराज में तैनात किया जाएगा। एनएसजी कमाडों के साथ महाकुंभ में संदिग्धों की पहचान के लिए स्पार्ट्स की 30 टीमें लगाई गई है जो हर आने-जाने वालों पर कड़ी नजर रखेंगी, इनमें से 18 टीम अभी से एक्टिव हो गई है। बाकी टीम को भी जल्द ही तैनात किया जाएगा।
पुलिस, एटीएस, एसटीएफ भी तैनात
महाकुंभ में एनएसजी कमांडो के अलावा यूपी पुलिस के 15 हजार जवानों को तैनात किया गया है, जो यूपी के 70 जिलों से आए हैं। मेला क्षेत्र में सुरक्षा कर्मियों के स्वास्थ्य को लेकर भी खास इंतजाम किए गए हैं। पुलिस के जवाब आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में काम कर रहे हैं। दिन में तीन शिफ्ट लगती है। इस बार महाकुंभ क्षेत्र भी पहले की तुलना में लगभग दोगुना है, जिसे देखते हुए महाकुंभ क्षेत्र में थानों की संख्या से लेकर चौकी, फायर स्टेशन और पार्किंग की व्यवस्था भी पहले से ज्यादा की गई है। महाकुंभ में तीन चरणों का सुरक्षाघेरा है, जिसे कोई भी तोड़ नहीं पाएगा।
गुरुपतवंत सिंह पन्नू की धमकी
बता दें, बीते सोमवार को गुरुपतवंत सिंह पन्नू के नाम से सैकड़ों लोगो को ई-मेल आया है, जिसमे उसने लिखा है कि, 13 जनवरी से लेकर 26 फरवरी तक खालिस्तानी समर्थक लखनऊ और प्रयागराज एयरपोर्ट पहुंचें। वहां खालिस्तान और कश्मीर का झंडा फहराएं। उसने ई-मेल में लिखा है कि, ’न हिंदुत्व ना हिंदुस्तान, महाकुम्भ प्रयागराज बन गया जंग का मैदान’। उसने कहा है कि, अपने तीनों साथियों की मौत का वो बदला लेगा और इस महाकुम्भ को आखिरी कुम्भ बना देगा। जिसके बाद यूपी पुलिस ने सभी अंतराष्ट्रीय सीमा पर चौकसी बढ़ाते हुए महाकुम्भ की भी सुरक्षा मजबूत कर दी है।
इस वजह से पन्नू बौखलाया
दरअसल, दिसम्बर 2024 में यूपी एसटीएफ ने पंजाब पुलिस के इनपुट पर पीलीभीत में तीन खालिस्तानी आतंकी वीरेंद्र सिंह, गुरविंदर सिंह और जसनप्रीत सिंह को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था। जिसके बाद खालिस्तानी आतंकी व सिख फॉर जस्टिस चीफ गुरपतवंत सिंह पन्नू ने महाकुम्भ के तीनों शाही स्नान पर्व पर आतंकी वारदात को अंजाम देने की धमकी जारी की थी। जिसको लेकर संत समाज की तरफ से भी पलटवार किया गया। संतों ने कहा कि जो भी महाकुंभ में व्यवधान डालेगा, उसे संगम में डुबोकर मार दिया जाएगा। पन्नू की धमकी से भारतवासी डरने वाले नहीं।