Abdul Rehman Agra Dharmantaran Case: उत्तर प्रदेश के आगरा में दो बहनों के अपहरण और जबरन धर्मांतरण के मामले में गिरफ्तार Abdul Rehman उर्फ महेंद्र सिंह जादौन की कहानी किसी फिल्म से कम नहीं है। क्षत्रिय परिवार में जन्मा महेंद्र, गरीबी और लालच की दलदल में इस कदर फंसा कि उसने न सिर्फ अपना नाम और धर्म बदला, बल्कि एक बड़े धर्मांतरण गैंग का मास्टरमाइंड बन गया। बताया गया है कि महेंद्र के पिता टुंडला रेलवे स्टेशन पर भीख मांगते थे, वहीं बेटा सोशल मीडिया पर हिंदू लड़कियों को फंसाकर उनका ब्रेनवॉश करता था। पुलिस और एनआईए की जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं, जो देश की सामाजिक सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करते हैं।
धर्मांतरण गिरोह का मास्टरमाइंड निकला महेंद्र
फिरोजाबाद जिले के नारखी थाना क्षेत्र के गांव रामगढ़ निवासी महेंद्र सिंह जादौन, जिसने धर्म परिवर्तन कर Abdul Rehman नाम रख लिया, अब एक बड़े धर्मांतरण गिरोह का सरगना निकला है। ग्रामीणों के अनुसार, महेंद्र 25 साल पहले मुंबई भाग गया था। उसके पिता प्रेमपाल शराबी थे और रेलवे स्टेशन पर भीख मांगकर जीवन यापन करते थे। महेंद्र ने भाई की मौत के बाद पुश्तैनी जमीन बेच दी और अपनी बहनों की शादी के बाद गांव से नाता तोड़ लिया। ग्रामीणों को जब उसकी असलियत पता चली तो वे सकते में आ गए और उसे “क्षत्रिय होकर घिनौना काम करने वाला” बता रहे हैं।
सोशल मीडिया के जरिए फंसाता था लड़कियों को
एनआईए और स्थानीय पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि अब्दुल रहमान और उसके साथी ‘कनेक्टिंग रिवर्ट’ नाम से एक सोशल मीडिया ग्रुप चलाते थे। ये लोग खासतौर से युवतियों की प्रोफाइल पर नजर रखते और धीरे-धीरे उनसे संपर्क बढ़ाते। शुरुआत में इस्लाम से जुड़ी पोस्ट भेजी जाती थीं, फिर भावनात्मक सहानुभूति दी जाती थी – जैसे कि “अल्लाह तुम्हारी हर परेशानी ठीक करेगा”। जब युवती पूरी तरह भरोसे में आ जाती, तो उसे दिल्ली या कोलकाता बुलाया जाता, जहां उसका ब्रेनवॉश कर धर्मांतरण कराया जाता।
निकाह के लिए बुलाते थे राजस्थान से काजी
धर्मांतरण के बाद गैंग उन युवतियों का निकाह भी करवाता था। इसके लिए राजस्थान से बाकायदा काजी को बुलाया जाता था। निकाह की प्रक्रिया भी पूरी धार्मिक रस्मों के अनुसार होती थी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि निकाह से पहले युवतियों को मुस्तफाबाद स्थित एक किराए के मकान में रखा जाता था, जहां अब्दुल रहमान खुद उन्हें समझाता और पूरी मानसिक तैयारी करवाता था। इस पूरी प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर विदेशी फंडिंग और आतंकी नेटवर्क की संलिप्तता की भी जांच हो रही है।
जांच में जुटी एनआईए, कई और गिरफ्तारियां संभव
एनआईए की टीम इस मामले में विदेशी फंडिंग और आतंकी संगठनों से लिंक तलाशने में जुटी है। अब्दुल रहमान से पूछताछ में गैंग के कई और सदस्यों के नाम सामने आए हैं। पुलिस ने राजस्थान के उस काजी की गिरफ्तारी के लिए एक टीम रवाना की है, जिसने धर्मांतरण के बाद निकाह कराए थे। पुलिस और जांच एजेंसियों को शक है कि यह मामला सिर्फ आगरा तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका जाल देश के कई राज्यों तक फैला हो सकता है। जल्द ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
महेंद्र उर्फ Abdul Rehman का यह मामला एक बार फिर से धार्मिक छल, सामाजिक असुरक्षा और सोशल मीडिया के गलत इस्तेमाल की भयावहता को सामने लाता है। यह न सिर्फ कानून-व्यवस्था के लिए चेतावनी है, बल्कि समाज के लिए भी आत्ममंथन का विषय है कि कैसे लालच और कट्टरता युवाओं को अपराध की ओर धकेल सकती है।