Mauritius PM Visit: राम के गुलाम कब आ रहे अयोध्या धाम,योगी करेंगे मॉरीशस के प्रधानमंत्री का भव्य स्वागत

मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. राम गुलाम 12 सितंबर को अयोध्या आकर रामलला का दर्शन और पूजन करेंगे। यह दौरा भारत-मॉरीशस के रिश्तों को मजबूत करने वाला और धार्मिक दृष्टि से बेहद खास है।

Mauritius PM visit strengthens ties

Mauritius PM’s Visit to Ayodhya: रामनगरी अयोध्या एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय ध्यान का केंद्र बन गई है। भूटान के प्रधानमंत्री के बाद अब मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ. नवीन चंद्र राम गुलाम 12 सितंबर को अयोध्या आकर भगवान रामलला के दर्शन और पूजन करेंगे। उनके साथ परिवार के सदस्य, मॉरीशस प्रधानमंत्री कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी और कैबिनेट मंत्री भी मौजूद रहेंगे। यह दौरा भारत और मॉरीशस के बीच रिश्तों को और मजबूत करेगा। डॉ. राम गुलाम अयोध्या आकर रामलला का पूजन करने वाले दूसरे विदेशी राष्ट्राध्यक्ष होंगे।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे स्वागत

जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे ने बताया कि प्रधानमंत्री राम गुलाम सुबह 11 बजे वाराणसी से महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचेंगे। यहाँ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनका पारंपरिक मॉरीशस शैली में रेड कार्पेट पर स्वागत करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री प्रयागराज-लखनऊ हाईवे से होते हुए लगभग 15 किलोमीटर दूर राम मंदिर पहुंचेंगे।

भगवान रामलला के दर्शन

राम मंदिर में प्रधानमंत्री करीब डेढ़ घंटे तक रहेंगे। इस दौरान वह रामलला और राजाराम का विधिपूर्वक पूजन करेंगे। साथ ही मंदिर निर्माण कार्य का निरीक्षण करेंगे। राम जन्मभूमि परिसर में स्थित जटायु और अंगद टीले पर जाकर भगवान शिव का जलाभिषेक भी करेंगे। यह धार्मिक यात्रा भारत और मॉरीशस के बीच सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संबंधों को मजबूत करने वाली मानी जा रही है।

सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

इस दौरे के लिए सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। एयरपोर्ट से लेकर मंदिर परिसर तक सभी सुरक्षा एजेंसियाँ अलर्ट मोड पर हैं। प्रधानमंत्री दोपहर 1 बजे महर्षि वाल्मीकि हवाई अड्डे से देहरादून के लिए रवाना हो जाएंगे। भारत और मॉरीशस का संबंध हमेशा मधुर रहा है। ऐसे में यह दौरा दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और धार्मिक संबंधों को नई दिशा देगा।

यह यात्रा न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि दोनों देशों के बीच दोस्ती, पर्यटन, संस्कृति और व्यापारिक संबंधों को भी प्रगाढ़ बनाएगी। अयोध्या में राम मंदिर की आभा और रामलला के दर्शन विदेशी अतिथियों को भारत की समृद्ध संस्कृति और आध्यात्मिक विरासत से जोड़ते हैं।

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