Milkipur By-Election : चुनाव आयोग ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के साथ ही उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तारीख का ऐलान कर दिया है। 5 फरवरी को वोटिंग होगी, और नतीजे 10 फरवरी को घोषित किए जाएंगे। मिल्कीपुर सीट समाजवादी पार्टी के विधायक अवधेश प्रसाद के इस्तीफे के बाद खाली हुई। 2022 के विधानसभा चुनावों में वे इस सीट से विधायक बने थे। लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में वे फैजाबाद (अयोध्या) से सांसद चुने गए, जहां उन्होंने बीजेपी के लल्लू सिंह को हराया। इसके बाद उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया, जिससे यह सीट उपचुनाव के लिए खाली हो गई।
यूपी में पहले भी हो चुके हैं उपचुनाव
उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर पहले ही उपचुनाव हो चुके हैं। इनमें से सात सीटों पर बीजेपी और दो सीटों पर सपा ने जीत दर्ज की। सपा ने करहल और सीसामऊ सीट पर विजय हासिल की थी, जबकि मझवां, कुंदरकी, खैर, गाजियाबाद सदर, कटेहरी और फूलपुर सीट पर बीजेपी ने बाजी मारी थी। खासतौर पर कुंदरकी का परिणाम चौंकाने वाला रहा, क्योंकि यह सीट बर्क परिवार की मानी जाती थी।
यह भी पढ़ें : दिल्ली चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने किया तारीखों का ऐलान, 5 फरवरी को मतदान…
मिल्कीपुर में क्यों टला था चुनाव ?
चुनाव आयोग ने जानकारी दी थी कि पूर्व विधायक गोरखनाथ बाबा ने 2022 के विधानसभा चुनावों को लेकर हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। उन्होंने सपा के अवधेश प्रसाद की जीत को चुनौती दी थी। यह मामला कोर्ट में लंबित था, लेकिन अब याचिका वापस ले ली गई है, जिससे चुनाव की राह साफ हो गई है। आपको बता दें कि, समाजवादी पार्टी ने मिल्कीपुर से अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है। हालांकि, बीजेपी ने अभी तक अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है।