Mirzapur News: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर (Mirzapur) जिले के प्रसिद्ध मां विंध्यवासिनी मंदिर में एक बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। शारदीय नवरात्रि मेले के दौरान सहायक विकास अधिकारी (कृषि) प्रतीक कुमार सिंह को ड्यूटी स्थल छोड़कर जूते पहनकर अपने परिचितों के साथ मंदिर में दर्शन कराने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। इस घटना के बाद मंदिर परिसर में तनाव फैल गया और प्रशासन हरकत में आ गया।
विधायक ने क्या कहा?
रविवार को मंदिर प्रांगण में जूते पहने हुए अधिकारी को देख सदर विधायक रत्नाकर मिश्रा ने उन्हें फौरन रोक लिया। नाराज विधायक ने अधिकारी के गले में लगे आईडी कार्ड को पढ़ा और उन्हें जमकर फटकार लगाई। इसके बाद विधायक ने प्रतीक कुमार सिंह को तुरंत मंदिर से बाहर जाने का आदेश दिया।
विधायक रत्नाकर मिश्रा ने घटना के बारे में कहा, “मैंने जब सेक्टर-मजिस्ट्रेट को मंदिर में जूते पहने हुए देखा, तो उन्हें डांटा और मंदिर से बाहर निकाल दिया।” हालांकि, उन्होंने इस मामले में जिलाधिकारी से शिकायत करने की बात से इनकार किया।
यह भी पढ़ें : सीएम योगी ने भव्य ‘लोगो’ का अनावरण, श्रद्धालुओं के सम्मान का किया वादा
अधिकारियों में मचा हड़कंप
इस घटना के बाद मिर्जापुर प्रशासन में हड़कंप मच गया। जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन को मामले की जानकारी दी गई। डीएम ने तुरंत मामले का संज्ञान लेते हुए प्रतीक कुमार सिंह को निलंबित करने का निर्देश दिया। राज्य के सूचना विभाग ने एक बयान जारी कर बताया कि प्रतीक कुमार सिंह शारदीय नवरात्रि मेले के दौरान सेक्टर-मजिस्ट्रेट की ड्यूटी पर तैनात थे, लेकिन उन्होंने अपनी ड्यूटी स्थल को छोड़कर मंदिर में जूते पहनकर अपने परिचितों को दर्शन कराने का प्रयास किया।
जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन ने इस मामले पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि इस तरह की लापरवाही और अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने निर्देश दिया कि प्रतीक कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया जाए।