Muzaffarnagar : मुजफ्फरनगर से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है, एक ओर मां-बाप अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देते हैं अच्छा व्यवहार करना सीखाते हैं, तो वहीं दूसरी ओर मुजफ्फरनगर से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसनें सभी को हैरान कर दिया है. दरअसल, एक मां अपनी ही बेटी को लुटेरी बनने पर मजबूर कर देती है. बता दें, कि मुजफ्फरनगर के थाना शाहपुर पुलिस ने साइबर ठगी के बड़े मामले में दो बुर्कानशीं महिलाओं को गिरफ्तार किया है। ये महिलाएं साइबर अपराधियों की मदद कर ठगी से मिली धनराशि को अपने बैंक खातों में जमा कर रही थीं। पुलिस ने इनके पास से 43 हजार रुपये नकद, एक बारकोड, 19 एटीएम कार्ड और दो बैंक पासबुक बरामद की हैं।
कैसे खुला मामला?
बता दें, कि 13 फरवरी 2025 को थाना शाहपुर के ग्राम हरसौली की एक महिला ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें उसने बताया कि शादी का झांसा देकर एक व्यक्ति ने विदेश से महंगा उपहार भेजने का वादा किया, लेकिन इसके बदले उससे 4.58 लाख रुपये उससे ठग लिए। जिसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की, जिसमें दो महिलाओं की इन्वोल्वमेंट सामने आई। साथ ही जांच में पता चला कि इन महिलाओं ने ठगी से मिली रकम अपने खातों में डलवाई और फिर एटीएम और डेबिट कार्ड से निकालकर 10% कमीशन रख लिया। इसके अलावा पता चला कि बाकी रकम अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर दी जाती थी।
गिरफ्तारी और बरामदगी
पुलिस ने 27 फरवरी को मंडी गेट के पास से दोनों महिलाओं को गिरफ्तार किया। बता दें, कि इनकी पहचान बस्सो और उसकी बेटी शाहीन परवीन, निवासी ग्राम सिवाल खास, थाना जानी, जनपद मेरठ के रूप में हुई है। साथ ही गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने इनके पास से 43 हजार रुपये नकद, एक बारकोड, दो बैंक पासबुक और 19 एटीएम कार्ड भी बरामद किए है।
ठगी का बड़ा नेटवर्क
एसपी देहात आदित्य बंसल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि जांच के दौरान इन महिलाओं के 17 बैंक खातों का खुलासा हुआ, जिनमें ठगी की रकम जमा की जाती थी। अब तक 33 संदिग्ध बैंक खातों का पता चला है, जिनमें पिछले कुछ महीनों में करीब 6.44 करोड़ रुपये का लेन-देन हुआ।
पुलिस ने इनमें से 12.78 लाख रुपये फ्रीज कर दिए हैं और आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है। एसपी देहात ने बताया कि पुलिस साइबर ठगी के मामलों की गहनता से जांच कर रही है और लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान भी चला रही है।