Rajanth Singh News: कानपुर में रविवार को एयरपोर्ट पर केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के सामने भाजपा के दो प्रमुख नेता, सांसद रमेश अवस्थी और महापौर प्रमिला पांडेय, भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भिड़ गए। यह तीखी बहस लगभग दस मिनट तक चली, जिसके बाद रक्षामंत्री को हस्तक्षेप करना पड़ा। यह विवाद बेनाझाबर रोड स्थित बृजेंद्र स्वरूप पार्क में नगर निगम द्वारा नियम विरुद्ध तरीके से बनवाए गए मंगल भवन को लेकर शुरू हुआ। सांसद अवस्थी और दूसरे सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने आरोप लगाया कि भवन निर्माण में मास्टर प्लान और एनजीटी के नियमों का उल्लंघन हुआ है, क्योंकि पार्क में पांच प्रतिशत से अधिक पक्का निर्माण हुआ है, जिसकी केडीए से न कोई एनओसी ली गई है और न ही नक्शा पास कराया गया।
विवाद इतना गहराया कि Rajanth Singh और उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय, दोनों ने ही मंगल भवन के उद्घाटन कार्यक्रम से कन्नी काट ली। अंततः इसका उद्घाटन विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने किया, जिससे शहर के राजनीतिक गलियारों में एक नया विवाद खड़ा हो गया है।
पार्क में नियम विरुद्ध निर्माण को लेकर विवाद
यह सारा विवाद बेनाझाबर रोड स्थित बृजेंद्र स्वरूप पार्क में नगर निगम द्वारा बनवाए गए मंगल भवन को लेकर है। नियमत:, मास्टर प्लान और एनजीटी (NGT) के आदेशों के अनुसार, पार्क में पांच प्रतिशत से ज्यादा पक्का निर्माण नहीं किया जा सकता। इसके बावजूद, इस पार्क में 3,184.02 वर्ग मीटर में मंगल भवन का निर्माण किया गया है, जो नियमों का खुला उल्लंघन माना जा रहा है।
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केडीए के सूत्रों के अनुसार, भवन का न तो नक्शा पास हुआ है और न ही कोई एनओसी ली गई है।
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मंगल भवन के लिए फंड देने वाले जेसीआई कानपुर इंडस्ट्रियल के अध्यक्ष प्रणीत अग्रवाल ने कहा कि एनओसी लेने की जिम्मेदारी नगर निगम की थी।
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महापौर के बेटे अमित कुमार पांडेय निर्माण और संचालन कमेटी में विशेष आमंत्रित सदस्य हैं।
एयरपोर्ट पर यूं हुई तनातनी
रक्षामंत्री Rajanth Singh के कानपुर एयरपोर्ट पर स्वागत के दौरान यह विवाद सबके सामने आया।
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महापौर प्रमिला पांडेय ने राजनाथ सिंह से शिकायत की कि सांसद रमेश अवस्थी के कहने पर उन्होंने लोकार्पण का कार्यक्रम निरस्त किया है।
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इस पर सांसद अवस्थी ने कड़े शब्दों में कहा कि वह भ्रष्टाचार और जनविरोधी कार्यों को लेकर अपनी मुहिम जारी रखेंगे।
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दोनों के बीच तीखे आरोप-प्रत्यारोप हुए, जो करीब दस मिनट तक चले।
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अंततः, राजनाथ सिंह ने हस्तक्षेप करते हुए कहा कि उन्होंने किसी के कहने पर कार्यक्रम निरस्त नहीं किया है और दोनों को शांत होने के लिए कहा।
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सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने भी नगर आयुक्त को पत्र लिखकर मंगल भवन का उद्घाटन रोकने और उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की थी।
शीर्ष नेताओं ने उद्घाटन से काटी कन्नी
माना जा रहा है कि नियम विरुद्ध निर्माण की सूचना मिलने के बाद ही रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने मंगल भवन के उद्घाटन कार्यक्रम से किनारा कर लिया।
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राजनाथ सिंह ने ऐन वक्त पर अपना कार्यक्रम बदला।
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योगेंद्र उपाध्याय शहर में मौजूद होने के बावजूद उद्घाटन में नहीं आए।
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इसके बाद शाम को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने इसका लोकार्पण किया।
इस विवाद ने न केवल भाजपा के अंदरूनी मतभेदों को उजागर किया है, बल्कि कानपुर नगर निगम के निर्माण कार्यों में कथित अनियमितताओं पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
