(मोहसिन खान) नोएडा डेस्क। गन्ने की मिठास का स्वाद देने वाला पश्चिम उत्तर प्रदेश कभी अपराध की दुनिया में सिरमौर माना जाता था, यहां के दुर्दांत अपराधियों का बोलबाला था. पश्चिम के ज़िले मेरठ और मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) को क्राइम कैपिटल कहा जाता था. लेकिन 2017 में उत्तर प्रदेश की सत्ता का निज़ाम बदला तो फिर पूरा सूरत-ए-हाल बदल गया.
यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने अपराध और अपराधियों के खिलाफ़ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति को अपनाया तो योगी की पुलिस कुख्यात अपराधियों और माफियाओं के लिए काल बन गई. कभी मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) का नाम आते ही अपहरण उघोग का ज़िक्र होने लगता था. लेकिन आज उसी मुजफ्फरनगर में अपराधी खाकी वर्दी से थर-थर कांप रहे है.
अपराध करने से तौबा कर रहे है.अपराधियों पर सख्त कार्रवाई कर रही मुजफ्फरनगर पुलिस की लगातार अपराधियों से मुठभेड़ हो रही है. हाफ एनकांउटर में मुजफ्फरनगर पुलिस ने कई पेशेवर अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया. 24 घंटे के भीतर मुजफ्फरनगर पुलिस की अलग अलग थानाक्षेत्रों में कुल 5 मुठभेड़ हुई. जिसमें बदमाशों के पैर में गोली लगी. दरअसल मुजफ्फरनगर जिलें में अपराधियों के खिलाफ़ पुलिस एक्शन लगातार जारी है.
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जिले के रतनपुरी थाना इलाके में पुलिस ने एनकांउटर में अपराधियों के दात खट्टे कर दिए.दरअसल चेकिंग के दौरान रसोड़े में बाइक सवार दो संदिग्धों को पुलिस ने रूकने का इशारा किया. लेकिन उन्होंने पुलिस के उपर फायरिंग कर दी. जिसके बाद पुलिस ने बदमाशों की घेराबंदी की और जवाबी फायरिंग में पुलिस की गोली दोनों बदमाशों के पैर में लगी.
लगातार मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) ज़िलें में अपराधियों के खिलाफ़ हो रही कार्रवाई में 24 घन्टे के भीतर हुई 5 मुठभेड़ में कई पेशवर अपराधियों के पैर में गोली लगी और उनको सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया.आलम ये है कि मुजफ्फरनगर पुलिस का ज़िक्र आते ही अपराधियों के दिलों दिमाग में खौफ पैदा हो गया है.