Noida IAS officer harassment: नोएडा के राज्य कर विभाग में तैनात एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के खिलाफ महिला कर्मचारियों ने यौन उत्पीड़न, धमकी और अमानवीय व्यवहार के संगीन आरोप लगाए हैं। महिला अधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखे गए शिकायती पत्र में बताया कि अधिकारी उन्हें कमरे में बुलाकर घंटों खड़ा रखते हैं, गंदी भाषा का इस्तेमाल करते हैं और रात में वीडियो कॉल कर परेशान करते हैं। इसके अलावा, उन्होंने छिपकर वीडियो बनाने और विरोध करने वाली महिलाओं को फर्जी मामलों में फंसाने की धमकी देने का भी आरोप लगाया है। इस गंभीर शिकायत के बाद राज्य सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं। मामला पिछले कुछ महीनों से चल रहा है और विभाग में पहले भी महिला उत्पीड़न के आरोपों से जुड़े सात अधिकारियों के सस्पेंशन हो चुके हैं।
आरोपों का ब्योरा और महिला कर्मचारियों की शिकायत
Noida राज्य कर विभाग के अतिरिक्त आयुक्त पद पर तैनात वरिष्ठ आईएएस अधिकारी पर महिला कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि वे उनके साथ गुलामों जैसा व्यवहार करते हैं। शिकायत में महिला अधिकारियों ने बताया कि अधिकारी अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं, धमकाते हैं और कहते हैं कि नौकरी से निकालने की धमकी देते हैं। अधिकारी महिलाओं को अपने कमरे में बुलाकर घंटों खड़ा रखते हैं और उनका यौन उत्पीड़न करते हैं।
महिलाओं ने यह भी लिखा कि अधिकारी रात में वीडियो कॉल कर उन्हें परेशान करते हैं और छिपकर उनकी वीडियो बनाते हैं। विरोध करने वाली महिला कर्मचारियों को फर्जी मामलों में फंसाने और सस्पेंड करवाने की धमकी दी जाती है।
शिकायत और जांच प्रक्रिया
महिला कर्मचारियों ने 5 अगस्त को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को शिकायत भेजी, जिसमें उन्होंने इस मामले में स्वतंत्र जांच एजेंसी या राज्य महिला आयोग से गोपनीय जांच कराने की मांग की है। शिकायत की गंभीरता को देखते हुए शासन ने तुरंत जांच के आदेश दे दिए हैं।
यह शिकायत उस समय सामने आई है जब राज्य कर विभाग में पहले भी महिला उत्पीड़न के आरोपों से जुड़े सात अधिकारियों के सस्पेंशन का मामला चर्चा में था।
सरकार की जवाबदेही और महिला सशक्तिकरण पर सवाल
महिला अधिकारियों ने अपने पत्र में सरकार के ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ जैसे अभियानों का हवाला देते हुए कहा है कि एक तरफ सरकार महिला सशक्तिकरण की बात करती है, वहीं दूसरी तरफ ऐसे वरिष्ठ अधिकारी महिलाओं की अस्मिता से खिलवाड़ कर रहे हैं।
Noida विभाग में फिर से उत्पीड़न के आरोपों के बाद Noida प्रशासन की जवाबदेही पर सवाल उठने लगे हैं। अधिकारियों के खिलाफ त्वरित और निष्पक्ष जांच की मांग तेज हो रही है ताकि महिला कर्मचारियों को सुरक्षा और न्याय मिल सके।