नोएडा ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश के नोएडा में एक सनसनीखेज वारदात से पूरे इलाके में सनसनी मच गई। यहां के नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे किनारे सेक्टर-82 कट के पास एक युवती का शव पुलिस ने बरामद किया था। युवती का सिर व हाथ कटे होने के चलते शव की शिनाख्त नहीं हो पाई थी। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू की तो सिरकटी लाश की शिनाख्त के साथ हत्याकांड का खुलासा भी कर दिया। मृतका नाम प्रीता यादव (33) है और वह बरौली की निवासी थी।
दरअसल, नौ दिन पहले नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे किनारे सेक्टर-82 कट के पास पुलिस ने एक शव बरामद किया था। शव महिला का था। उसका सिर और हाथ धड़ से अलग थे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज जांच शुरू की। नौ दिन के बाद मृतका की शिनाख्त बरौला निवासी प्रीति यादव (33) के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक प्रीति के प्रेमी मूल रूप से एटा के जैथरा निवासी बस चालक मोनू सिंह ने उसकी हत्या की थी। जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी और मृतका दोनों शादीशुदा थे।
पुलिस ने बताया कि आरोपी ने पूछताछ के दौरान हत्यकांड के राज उगले। आरोपी ने रुपये के लेनदेन में विवाद, साथ रहने के लिए दबाव बनाने और बेटियों का भविष्य बिगाड़ने की धमकी की वजह से वारदात की बात कबूली है। पुलिस जांच में सामने आया है कि बुधवार 5 नवंबर की शाम मोनू ने प्रीति को मिलने के लिए बुलाया। वह उसे बस में बैठाकर सेक्टर-49 बरौला से सेक्टर-105 ले गया। बस में हुए झगड़े के दौरान उसने वहीं रखे गड़ासे से गर्दन पर वार कर प्रीति की हत्या कर दी। हत्या के बाद उसने शव के टुकड़े किए।
आरोपी ने नोएडा सेक्टर-82 कट के पास नाले में युवती का धड़ फेंक दिया। आरोपी ने पुलिस को बताया है कि शव की शिनाख्त न हो इसके लिए कटे सिर और हाथों पर चार पहिया वहन के जरिए कुचला। फिर क्षतिग्रस्त अंगों को गाजियबाद में रेलवे लाइन पर ले जाकर फेंक दिए। मामले पर डीसीपी नोएडा यमुना प्रसाद ने उन्होंने बताया कि प्रीति यादव और आरोपी मोनू सिंह दोनों बरौला में किराये पर अलग-अलग रहते थे। करीब दो साल पहले प्रीति और मोनू की मां जींस फैक्ट्री में साथ नौकरी करती थीं। इस दौरान दोनों में जान पहचान हुई। प्रीति के तीन बच्चे हैं वह पति से अलग रह रही थी।
डीसीपी नोएडा यमुना प्रसाद ने बताया कि युवती के घर से करीब 700 मीटर दूर मोनू अपनी पत्नी, मां व तीन बच्चों के साथ रहता है। इन दिनों मोनू एक आश्रम की बस चला रहा था। दोनों का ही एक दूसरे के घर पारिवारिक आना-जाना था। इस दौरान प्रीति और मोनू करीब आ गए। दोनों के बीच प्रेम प्रसंग हो गया। प्रीती मोनू से शादी करना चाहती थी। लेकिन आरोपी की नजर युवती की दौलत पर थी। आरोपी ने प्रेम जाल में फंसाकर युवती से पैसे ऐंठे और फिर उसका बेहरमी से हत्या कर दी।









