Pilibhit News: पीलीभीत जिले के करेली थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां शौच के लिए घर से बाहर जा रही 55 वर्षीय महिला की एक आवारा सांड के हमले से मौत हो गई। मृतका रामकली जगन्नाथपुर गांव की रहने वाली थी, जो रोजाना की तरह सुबह घर से बाहर निकली थी। रास्ते में खड़े सांड ने अचानक उस पर हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। परिवार वालों ने तुरंत एंबुलेंस बुलाई, लेकिन तब तक रामकली की मौत हो चुकी थी। इस घटना ने पूरे गांव में दहशत का माहौल बना दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि आवारा पशुओं से जान-माल का खतरा बढ़ता जा रहा है और प्रशासन से इस पर सख्त कदम उठाने की मांग की गई है।
हमले से फैली दहशत
रामकली पर सांड के हमले से गांव में हड़कंप मच गया। ग्रामीणों का कहना है कि सांड अचानक बेकाबू होकर रामकली पर हमला करने लगा। इस हमले से महिला बुरी तरह घायल हो गई और मौके पर मौजूद लोग कुछ समझ पाते, उससे पहले ही रामकली गंभीर रूप से घायल हो चुकी थी।
घायल अवस्था में रामकली के परिवार के सदस्यों ने फौरन 108 एंबुलेंस को फोन किया और उसे अस्पताल ले जाने की कोशिश की। लेकिन एंबुलेंस के पहुंचने से पहले ही रामकली ने दम तोड़ दिया। इस हादसे के बाद गांव के लोग काफी दहशत में हैं, और सभी आवारा पशुओं से सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।
आवारा पशुओं से परेशान लोग
ग्रामीणों का कहना है कि आवारा सांड और गायों की समस्या पिछले कई महीनों से बनी हुई है, और Pilibhit प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। आवारा पशु न सिर्फ लोगों की जान के लिए खतरा बने हुए हैं, बल्कि किसानों की फसलें भी बर्बाद कर रहे हैं। गांव वालों का आरोप है कि कई बार प्रशासन से शिकायत की गई, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
आवारा पशुओं की बढ़ी घटनाएं
Pilibhit ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश में आवारा पशुओं से जुड़ी घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है। ये घटनाएं न सिर्फ लोगों की जान ले रही हैं, बल्कि किसान भी इनकी वजह से अपनी फसलों को लेकर चिंतित हैं। प्रशासन की ओर से आवारा पशुओं को पकड़ने और उनकी सुरक्षा को लेकर योजनाएं बनाई गई थीं, लेकिन जमीनी स्तर पर अब तक कोई खास सुधार देखने को नहीं मिला है।
ग्रामीणों की मांग
इस घटना के बाद ग्रामीणों ने प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग की है। गांव वालों का कहना है कि जब तक आवारा पशुओं की समस्या का समाधान नहीं होता, तब तक लोगों की जानमाल की सुरक्षा खतरे में बनी रहेगी।