Akhilesh Yadav on health services: प्रयागराज के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान नकली प्लेटलेट्स चढ़ाए जाने के कारण जौनपुर के कारोबारी वैभव कुमार गुप्ता की मौत का मामला सामने आया है। डेंगू से जूझ रहे वैभव को अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां परिवार ने बाहरी सप्लायर से प्लेटलेट्स मंगवाईं। एक यूनिट चढ़ाने के बाद हालत बिगड़ गई और बाद में उनकी मृत्यु हो गई। इस घटना ने नकली प्लेटलेट्स का बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने इसे लेकर प्रदेश सरकार और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। Akhilesh Yadav के ट्वीट के बाद प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं। घटना ने स्वास्थ्य सेवाओं की खामियों और भ्रष्टाचार की ओर ध्यान खींचा है।:
डेंगू के इलाज में हुई चूक
जौनपुर जिले के कारोबारी वैभव कुमार गुप्ता, जो खाद की दुकान चलाते थे, को 5 नवंबर को डेंगू के इलाज के लिए प्रयागराज के सिविल लाइंस स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने परिवार से प्लेटलेट्स का इंतजाम करने को कहा। परिचित के माध्यम से स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल के कर्मचारी पंकज यादव से संपर्क कर 15,500 रुपये देकर 6 यूनिट प्लेटलेट्स लिए गए।
अस्पताल ने तीन यूनिट प्लेटलेट्स चढ़ाए, जिसके बाद मरीज की स्थिति ठीक रही। चौथा यूनिट चढ़ाने पर उनका ब्लड प्रेशर गिरने लगा। हालत बिगड़ने पर मरीज को लखनऊ रेफर किया गया, जहां 8 नवंबर को उनकी मौत हो गई। जांच में पता चला कि प्लेटलेट्स के पैकेट पर लगा रैपर नकली था।
सपा प्रमुख ने उठाए सवाल
Akhilesh Yadav ने सोशल मीडिया पर लिखा कि महाकुंभ जैसे आयोजनों के बीच ऐसी लापरवाही यूपी की छवि को नुकसान पहुंचाएगी। उन्होंने पूछा कि विकास के नाम पर खर्च हुआ अरबों रुपये आखिर कहां गए। उनके ट्वीट के बाद प्रशासन ने मामले में जांच शुरू की। सीएमओ ने कहा है कि पर्याप्त मात्रा में प्लेटलेट्स होने पर बाहरी स्रोत से खरीदने की जरूरत नहीं थी।