Amit Mani Tripathi, Deoria। शाही विवाह के कार्यक्रमों में प्रतिबन्ध के बावजूद भी हर्ष फायरिंग के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। दिखावे के लिए फायरिंग करना लोगों के रसूख दिखाने का चलन बन गया है लेकिन ये चलन कई बार जानलेवा भी साबित हो रहा है। ताजा मामला यूपी के देवरिया से सामने आया है जहां बारात में रस्मों के दौरान पोटाश गन की फायरिंग की चपेट में दो बच्चे आ गए, जिनमें से एक की मौत हो गई जबकि दूसरा जिन्दगी और मौत के बीच झूल रहा है।
आतिशबाजी के दौरान चपेट में आए बच्चे
मामला देवरिया जिले के बरहज का है। जहां 9 दिसम्बर को विद्यासागर यादव के घर खूखून्दू से बारात आई हुई थी। मदनपुर थानाक्षेत्र के एक गांव का रहने वाला बच्चा कान्हा बरहज में अपने ननिहाल में रहता था और बारात को देखने गया हुआ था। बारात में तमाम रस्में निभाई जा रही थी और इस दौरान जमकर आतिशबाजी भी हो रही थी। इसी दौरान लोहे के पाइप से बनी पोटाश गन से भी आतिशबाजी की जा रही थी, इसी दौरान आग की चपेट में दो बच्चे आ गए। कान्हा नाम के बच्चे के पेट से खून निकलने लगा जिसके बाद उसे फौरन अस्पताल लेकर लोग भागे लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। जबकि दूसरे बच्चे की हालत फिलहाल खतरे से बाहर बताई जा रही है।
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घटना के बाद बारात में मची भगदड़, जैसे तैसे हुई शादी
बारात में बच्चों के झुलसने की खबर जैसे ही बारातियों तक पहुंची, भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। देखते ही देखते कई बाराती, बारात छोड़ अपने अपने घरों के लिए निकल लिए। गनीमत रही कि लड़की और लड़का दोनों पक्षों ने समझदारी दिखाई और मामले को ज्यादा तूल ना देते हुए जैसे तैसे शादी की रस्मों को पूरा किया। फिलहाल इसम मामले में पुलिस को अभी तक कोई तहरीर नहीं मिली है। हालांकि बरहज थाना प्रभारी ने इस घटना की वजह हर्ष फायरिंग नहीं बल्कि आतिशाबजी बताया है।