यह रंगोली महाकुंभ 2025 के महत्व को दर्शाती है, जिसे दिव्य और भव्य बनाने के लिए नगर निगम ने विशेष रूप से तैयार किया है। 72 घंटों में 50 से अधिक कलाकारों ने मिलकर इसे पूरा किया। इस दौरान नगर निगम द्वारा प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया, जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम और स्वच्छता संदेश देने वाले नुक्कड़ नाटक भी शामिल थे।
नगर निगम की विशेष पहल
प्रयागराज नगर निगम की पहल के तहत, रंगोली का निर्माण सिर्फ एक कला का प्रदर्शन नहीं, बल्कि Mahakumbh की भव्यता को दर्शाने का भी एक प्रयास है। सहायक नगर आयुक्त दीप शिखा पांडेय के अनुसार, इस रंगोली को तैयार करने में महिलाएं, बच्चे और अन्य कलाकारों की टीम शामिल हुई। इस प्रयास में, उन्होंने 72 घंटे की कड़ी मेहनत की, और यह एक सामूहिक प्रयास के रूप में सामने आया।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रदर्शनी
रंगोली निर्माण के दौरान नगर निगम ने विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया। स्कूल के बच्चों ने परेड निकाली, वहीं युवाओं ने नुक्कड़ नाटक के जरिए स्वच्छता का संदेश दिया। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य न केवल Mahakumbh के महत्व को बढ़ाना था, बल्कि समाज में जागरूकता फैलाना भी था। प्रदर्शनी में महाकुंभ से संबंधित अन्य पहलुओं को भी उजागर किया गया, जैसे कि कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी।
डिप्टी सीएम की सराहना
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इस विशाल रंगोली का औपचारिक उद्घाटन 10 दिसंबर को हुआ, जिसमें उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने रंगोली की सराहना करते हुए कहा कि यह कुंभ की विशेषता को प्रदर्शित करता है और सुरक्षित कुंभ के लिए यह रंगोली एक महत्वपूर्ण प्रतीक है। मौर्य ने नगर निगम टीम को उनके अद्वितीय कार्य के लिए बधाई दी और कहा कि यह रंगोली कुंभ के महत्व को और भी बढ़ाती है।