Prayagraj minor murder: प्रयागराज में एक 17 वर्षीय स्कूली छात्रा की सनसनीखेज हत्या ने सबको स्तब्ध कर दिया है। सेना के नायक हर्षवर्धन सिंह उर्फ दिलीप सिंह पर आरोप है कि उसने अपनी नाबालिग प्रेमिका को शादी का झांसा दिया, सिंदूर की डिब्बी लेकर निकली लड़की को एक निर्जन स्थान पर ले जाकर चाकू से गोद डाला और लाश को गड्ढा खोदकर दफना दिया। यह निर्मम हत्याकांड 15 नवंबर को थरवई थाना क्षेत्र में तब सामने आया जब गांव वालों ने मिट्टी के टीले के पास कुत्ते को कुछ खोदते हुए देखा और पुलिस को सूचित किया।
यूपी –
प्रयागराज में सेना के जवान हर्षवर्धन सिंह ने 11वीं की छात्रा/गर्लफ्रेंड साक्षी यादव की गला दबाकर हत्या कर दी, लाश जमीन में गाढ़ दी। फौजी की 30 नवंबर को दूसरी जगह शादी होने वाली थी। साक्षी उसी से शादी करने पर अड़ी थी। पीछा छुड़ाने को फौजी उसे घुमाने ले गया, हत्या कर दी। pic.twitter.com/6yx35XjWpn— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) November 18, 2025
मृतका, जो कैंट क्षेत्र में रहकर 12वीं की पढ़ाई कर रही थी, फौजी से शादी करने का सपना देख रही थी, लेकिन आरोपी की शादी कहीं और तय हो चुकी थी। छात्रा के दबाव बनाने पर नायक ने धोखे से उसका क़त्ल कर दिया और हत्या के बाद बेफिक्री से अपनी शादी की शॉपिंग करता रहा। Prayagraj पुलिस ने लड़की के स्कूल बैग में मिले एक नंबर की मदद से आरोपी को 17 नवंबर को गिरफ्तार कर लिया।
इंडियन आर्मी में नायक #प्रयागराज के हर्षवर्धन दीपक की दोस्ती इंस्ट्रा पर 11वीं की स्टूडेंट साक्षी यादव से हुई थी. दोनों के रिश्ते बने मगर दीपक दूसरी लड़की से शादी कर रहा था. साक्षी ने दबाव बनाया तो दीपक ने उसकी हत्या करके लाश पेड़ के नीचे गाड़ दी
CCTv के कमाल से केस खुला है pic.twitter.com/ZRqvg7MrEk
— Narendra Pratap (@hindipatrakar) November 17, 2025
हत्या की साज़िश और पर्दाफाश
Prayagraj पुलिस के अनुसार, मृतिका और सेना के नायक पद पर तैनात हर्षवर्धन सिंह उर्फ दिलीप सिंह (26) का संपर्क इंस्टाग्राम के जरिए हुआ था, जो बाद में प्रेम प्रसंग में बदल गया। आरोपी की शादी आगामी 30 नवंबर को तय थी, जिसकी जानकारी मिलने पर मृतका उस पर सगाई तोड़ने और उससे शादी करने का दबाव बनाने लगी।
10 नवंबर को छात्रा अपने फौजी प्रेमी से शादी करने की खुशी में सिंदूर की डिब्बी और बैग लेकर घर से निकली थी। दिनभर घुमाने के बाद, शाम को दिलीप उसे थरवई स्थित अपने घर के पास एक निर्जन स्थान पर ले गया। यहीं दोनों में तीखी बहस हुई, जिसके बाद दिलीप ने दुपट्टे से गला कसकर और चाकू से वार कर उसकी हत्या कर दी।
आरोपी ने पास के मंदिर से फावड़ा लाकर शव को नाले के पास मिट्टी में दबा दिया और बैग को दूर फेंक दिया। हालांकि, यही बैग पुलिस के लिए हत्यारे तक पहुँचने का सुराग बना। बैग में मिली किताब में लिखे मोबाइल नंबर ने पुलिस को फौजी हर्षवर्धन तक पहुँचा दिया, जिसे कैंट पुलिस ने 17 नवंबर को पुराना पुल मनसईता नदी से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से हत्या में प्रयुक्त चाकू और फावड़ा भी बरामद किया है।










