‘छात्रों की मांगें न्यायपूर्ण…’, UPPSC के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन पर क्या बोले राहुल गांधी

राहुल गांधी ने छात्रों की एक पाली में परीक्षा कराने की मांग को न्यायपूर्ण करार दिया और कहा कि यह कदम छात्रों के हित में है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार की अक्षमता का खामियाजा छात्रों को क्यों भुगतना पड़े। राहुल गांधी ने कहा कि परीक्षा के आयोजन को लेकर सरकार की नाकामी छात्रों के लिए परेशानी का कारण बन रही है, और ऐसे में छात्रों को राहत देने के लिए एक ही पाली में परीक्षा कराना जरूरी है।

Rahul Gandhi on BJP

Rahul Gandhi on BJP : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश सरकार और उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) के रवैये की कड़ी आलोचना की है। उनका कहना है कि प्रयागराज में प्रतियोगी छात्रों के साथ यूपी सरकार और आयोग का व्यवहार असंवेदनशील और दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने आरोप लगाया कि सामान्यीकरण के नाम पर परीक्षा प्रक्रिया में गैर-पारदर्शिता को स्वीकार नहीं किया जा सकता।

छात्रों को क्यों भुगतना चाहिए?

राहुल गांधी ने एक पाली में परीक्षा आयोजित करने की छात्रों की मांग को सही ठहराया और कहा कि भाजपा सरकार की अक्षमता का खामियाजा छात्र क्यों भुगतें। राहुल गांधी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद करने में भाजपा सरकार की अक्षमता की कीमत छात्र क्यों चुकाएं? पढ़ने वाले छात्र सड़कों पर संघर्ष करने को मजबूर हैं और अब उन्हें पुलिस द्वारा परेशान किया जा रहा है।”

कांग्रेस ने छात्रों का समर्थन किया

राहुल गांधी ने आगे कहा, “अपने परिवार के सपनों को पूरा करने के लिए दूरदराज के इलाकों में रहकर मेहनत करने वाले युवाओं के साथ यह अन्याय बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।” राहुल गांधी ने यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी प्रतियोगी छात्रों की मांग का पूरा समर्थन करती है। उन्होंने कहा, “तानाशाही तरीके से छात्रों के लोकतांत्रिक अधिकारों को दबाया नहीं जा सकता।”

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यह बयान ऐसे समय आया है जब प्रयागराज और अन्य इलाकों में यूपीएससी और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में व्यवस्था के खिलाफ छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं। राहुल गांधी के इस बयान को विपक्षी दलों के साथ-साथ छात्रों के समर्थन में एक और कदम माना जा रहा है। प्रयागराज में प्रतियोगी छात्रों के साथ यूपी सरकार और उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग का रवैया बेहद असंवेदनशील और दुर्भाग्यपूर्ण है। नॉर्मलाइजेशन के नाम पर अपारदर्शी व्यवस्था अस्वीकार्य है और एक पाली में परीक्षा की छात्रों की मांग बिल्कुल जायज है।

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