Ramji Lal Suman : समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन के घर पर हमले के बाद उत्तर प्रदेश का राजनीतिक माहौल और गरमाता जा रहा है। इस घटनाक्रम के बीच सपा ने चेतावनी दी है कि अगर इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जाती, तो वे ईद के बाद पूरे प्रदेश में विरोध प्रदर्शन करेंगे। वहीं, सपा सांसद ने राणा सांगा पर अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगने से इनकार करते हुए कहा कि इतिहास को नकारा नहीं जा सकता। इसके साथ ही उन्होंने राज्यसभा के सभापति से अपनी सुरक्षा बढ़ाने की मांग भी की है।
गुरुवार को सांसद ने कहा, “मैं इस जन्म में माफी नहीं मांगूंगा, अगले जन्म का क्या होगा, यह मैं नहीं जानता।” यह बयान उन्होंने अपने घर पर करणी सेना के कार्यकर्ताओं द्वारा कथित हमले के एक दिन बाद दिया। उन्होंने आगे कहा, “सच को स्वीकार करना होगा। राणा सांगा ने बाबर को इब्राहीम लोदी को हराने के लिए बुलाया था। उनका यह मानना था कि बाबर एक लुटेरा है, जो बाद में लौट जाएगा, और हम शासन करेंगे।” सुमन ने यह भी बताया कि राणा सांगा और बाबर के बीच समझौता हुआ था कि राणा सांगा आगरा पर हमला करेंगे, लेकिन जब वह समझौता टूट गया, तो फतेहपुर सीकरी में युद्ध हुआ। “राणा सांगा ने बहादुरी से युद्ध लड़ा, लेकिन हार गए। यह इतिहास है, जिसे नकारा नहीं जा सकता।”
हमलावरों पर सुमन ने कही ये बात
सुमन ने यह भी आरोप लगाया कि हमलावरों का उद्देश्य उनके परिवार को नुकसान पहुंचाना था। उन्होंने कहा, “मैंने राज्यसभा के सभापति से मुलाकात की और स्थिति को स्पष्ट किया। मैंने उन्हें बताया कि 22 मार्च से सोशल मीडिया के माध्यम से मुझे धमकियां मिल रही थीं, और कल वे बुलडोजर लेकर मेरे घर आ गए थे। यह जानलेवा हमला था, उन्होंने घर के सभी शीशे तोड़ दिए, कॉलोनी में खड़ी कारों को नुकसान पहुंचाया। उनका इरादा मेरे परिवार को नष्ट करना था।”
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दरअसल, रामजी लाल सुमन ने हाल ही में राज्यसभा में एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने राणा सांगा को गद्दार करार दिया था, जिसने इब्राहिम लोदी को हराने के लिए बाबर को बुलाया था। राणा सांगा या संग्राम सिंह प्रथम 1508 से 1528 तक मेवाड़ के शासक रहे थे। इसके बाद करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने सांसद के घर में तोड़फोड़ की और कई कारों को क्षतिग्रस्त किया। घर की खिड़कियों के शीशे तोड़े गए और कुर्सियों को नुकसान पहुंचाया गया।
अज्ञात हमलावरों के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर
घटना के बाद आगरा पुलिस ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो में पुलिसकर्मी भीड़ से भिड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि यह भीड़ पॉश इलाके में उत्पात मचा रही थी। इस दौरान एक पुलिसकर्मी घायल हो गया। करणी सेना के प्रमुख सूरज पाल सिंह अमू ने कहा कि इस टिप्पणी से मुगलों को हराने वाले नायक का अपमान हुआ है, और उन्होंने सुमन तथा सपा प्रमुख अखिलेश यादव से माफी मांगने की मांग की है।
इसके अलावा, करणी सेना ने सुमन के खिलाफ लखनऊ के हजरतगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराने के लिए तहरीर दी है। इसी बीच, सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा, “अगर रामजी लाल सुमन के घर पर हमले करने वालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई, तो हम ईद के बाद प्रदेशभर में आंदोलन करेंगे। यह हमला केवल सुमन पर नहीं, बल्कि पूरे दलित समाज पर हुआ है।”