कुशीनगर । जनपद मे प्रशिक्षण के लिए नव नियुक्त कर्मियों को अब इधर-उधर कहीं भटकना नहीं पड़ेगा। शासन ने जिले में ग्रामीण विकास प्रशिक्षण संस्थान खोलने की अनुमति दे दी है। हरी झंडी मिलने के बाद जिला प्रशिक्षण अधिकारी व स्टेट ट्रेनर के साथ राजस्व टीम विशुनपुरा विकास खंड के ढोरही गांव स्थित सरकारी कृषि फार्म मे पहुचकर सात एकड़ भूमि का निरीक्षण किया। कुशीनगर जनपद के नवनियुक्त कर्मचारी,अधिकारी, जनप्रतिनिधियों,समूह के महिलाओ को प्रशिक्षण के लिए अभी तक जिले में व्यवस्था न होने से अन्य जिलों में जाना होता था। प्रशिक्षण पूर्ण करने के बाद जिले में तैनाती दी जाती थी। प्रदेश के अन्य जिलों में प्रशिक्षण संस्थान का निर्माण किया जा चुका है। कुशीनगर में अभी तक संस्थान का निर्माण नहीं कराया जा सका था। प्रशिक्षण संस्थान के लिए केंद्र व प्रदेश सरकार की ओर से ग्रामीण विकास प्रशिक्षण संस्थान खोलने की अनुमति दे दी है।हरी झंडी मिलने के बाद जिला प्रशिक्षण अधिकारी अरूण कुमार पांडेय,लखनऊ के विभागीय ट्रेनर सोमनाथ क्षेत्रीय लेखपाल पवन वर्मा आदि टीम साथ विशुनपुरा विकास खंड के ढोरही गांव स्थित सरकारी कृषि फार्म पहुचे और ग्राम प्रधान प्रतिनिधि सोनू कुमार,पूर्व चेयरमैन मुरारी मिश्रा की मौजूदगी मे सात एकड़ भूमि का निरीक्षण किया गया।
जांच टीम ने रिपोर्ट डीएम को सौपी
जांच टीम ने भूमि का निरीक्षण करते हुए संबंधित फाइल तैयार कर शासन को भेजने के लिए जिलाधिकारी को सौप दिया है।जहां से शासन को भेज जाएगा।
जिला प्रशिक्षण अधिकारी कुशीनगर/देवरिया अरूण कुमार पांडेय ने बताया कि यह प्रशिक्षण संस्थान सात एकड़ मे करीब दस करोड़ की लागत से बनेगा।जिसका निर्माण भी जल्द शुरू हो जाएगा।
संस्थान में होंगी हर तरह की सुविधाएं
ढोरही कृषि फार्म की भूमि का निरीक्षण करने वाले अधिकारियों ने बताया की संस्थान निर्माण मे बड़ा हास्टल, सेमिनार हाल,अधिकारी मीटिंग कक्ष, प्रतिभागी कक्ष कार्यालय आदि भवन बनेंगे। संस्थान मे नव नियुक्त कर्मियों,जनप्रतिनिधियों के प्रशिक्षण को गाइड करने के लिए पीसीएस रैंक के अधिकारी तैनात किये जाएंगे। इस प्रशिक्षण संस्थान मे पीसीएस से नीचे सभी अधिकारी कर्मचारियों के साथ जनप्रतिनिधियों का प्रशिक्षण होगा। यानी अब प्रशिक्षुओं को देवरिया जिला नही जाना पड़ेगा।