Agra News : वृंदावन स्थित श्रीहित राधा केलिकुंज परिकर ने हाल ही में एक अहम घोषणा करते हुए सतर्कता बरतने की अपील की है। परिकर ने स्पष्ट किया है कि कुछ लोग पूज्य गुरुदेव श्रीहित प्रेमानंद गोविंद शरण महाराज की वाणी और उनके आध्यात्मिक उपदेशों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से अनधिकृत रूप से अनुवादित कर या मनचाहे ढंग से प्रस्तुत कर सोशल मीडिया पर प्रसारित कर रहे हैं, जो पूरी तरह अनुचित है।
गुरुवाणी की गरिमा से समझौता बर्दाश्त नहीं
परिकर ने इस तरह की हरकतों को गुरुदेव की वाणी की पवित्रता और धार्मिक मर्यादाओं के खिलाफ बताया है। उन्होंने यह स्पष्ट कर दिया कि ऐसे कार्य किसी भी रूप में स्वीकार नहीं किए जाएंगे। साथ ही श्रद्धालुओं और आम लोगों से अपील की है कि वे न तो ऐसे एआई जनित वीडियो बनाएं, न उन्हें प्रचारित करें और न ही किसी भी प्लेटफॉर्म पर साझा करें।
एआई के बढ़ते इस्तेमाल से बढ़ी चिंता
हाल के दिनों में एआई तकनीक का चलन तेजी से बढ़ा है, और इसी का लाभ उठाकर कुछ लोग संत प्रेमानंद महाराज के मौलिक प्रवचनों को विकृत रूप में प्रस्तुत कर रहे हैं। कई वीडियो उनके स्वरूप को बदलकर अन्य भाषाओं में डाले जा रहे हैं, जिससे मूल सन्देश की शुद्धता प्रभावित हो रही है।
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इन्हीं कारणों से आश्रम की ओर से यह चेतावनी जारी करना आवश्यक हो गया। श्रीहित राधा केलिकुंज ने श्रद्धालुओं और सामाजिक मीडिया उपयोगकर्ताओं से आग्रह किया है कि वे सतर्क रहें, किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ की गई सामग्री से दूरी बनाए रखें और गुरुदेव की वाणी की शुचिता एवं मर्यादा बनाए रखने में सहयोग करें।