Atul Pradhan chain protest: समाजवादी पार्टी (SP) के विधायक अतुल प्रधान ने 18 फरवरी 2025 को उत्तर प्रदेश विधानसभा में एक अनोखा प्रदर्शन किया। उन्होंने खुद को गले से लेकर पांव तक जंजीरों में बांधकर विधानसभा में प्रवेश किया। उनका यह प्रदर्शन अमेरिका द्वारा भारतीय नागरिकों को डिपोर्ट करने के खिलाफ था। अतुल प्रधान का कहना था कि यह कृत्य भारतीयों का अपमान है और उन्होंने इसे लेकर अपनी नाराजगी जताई। उनका कहना था कि उन्होंने डेढ़ घंटे तक जंजीरें बांधी हैं, जो उन्हें सहन करना मुश्किल हो रहा है। यह प्रदर्शन अमेरिका से वापस लौटे भारतीयों के संघर्ष को लेकर था, जो इन परिस्थितियों में अपमानित महसूस करते हैं।
अमेरिका के खिलाफ आक्रोश
Atul Pradhan ने अपने विरोध प्रदर्शन के दौरान कहा, “मैं डेढ़ घंटे से इन जंजीरों को सहन कर रहा हूं और यह मेरे लिए कठिन है। अगर मुझे यह मुश्किल हो रही है, तो उन भारतीयों का क्या हाल हुआ होगा, जिन्हें अमेरिका से वापस भेजा गया है?” उन्होंने इस कृत्य को भारतीयों का अपमान बताते हुए अमेरिका की डिपोर्टेशन नीति पर सवाल उठाया। उनका कहना था कि डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के तहत यह कार्रवाई भारतीयों के खिलाफ अन्याय है।
Samajwadi party MLA Atul Pradhan arrived in chains and cuff at the UP assembly in protest against the inhuman treatment meted out by Indians during their deportation from US. pic.twitter.com/63vnbShIhz
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) February 18, 2025
निर्वासन के दौर
अमेरिका ने हाल ही में भारतीय नागरिकों को अपने देश से डिपोर्ट करना शुरू किया है। 5 फरवरी 2025 को 104 भारतीय नागरिकों को एक अमेरिकी सैन्य विमान द्वारा अमृतसर भेजा गया था। इसके बाद 116 भारतीय नागरिकों का दूसरा विमान शनिवार को अमृतसर पहुंचा। 16 फरवरी को 112 और भारतीय नागरिकों को लेकर तीसरा विमान भारत पहुंचा था। यह सभी कार्रवाई अवैध प्रवासियों को उनके देश वापस भेजने के ट्रंप प्रशासन के अभियान का हिस्सा थी।
सोशल मीडिया प्रतिक्रियाएं
इस कदम ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। कई नेताओं और समाज के लोगों ने अतुल प्रधान के इस विरोध प्रदर्शन को समर्थन दिया है, जबकि कुछ ने इसे सिर्फ एक राजनीतिक स्टंट मानते हुए आलोचना की है। सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर बहस छिड़ी हुई है। कई लोग इसे भारतीय प्रवासियों के प्रति अमेरिका की नीतियों के खिलाफ एक सशक्त कदम मानते हैं।
Atul Pradhan ने इस प्रदर्शन के जरिए भारत सरकार से अपील की कि वह इन डिपोर्ट किए गए नागरिकों की मदद करें और उन्हें अपमान से बचाएं।