Sambhal ASI team: उत्तर प्रदेश के संभल में ऐतिहासिक महत्व रखने वाले एक मंदिर की कार्बन डेटिंग के लिए एASI team (आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया) की टीम आज जिले का दौरा करेगी। यह मंदिर पिछले सप्ताह खोला गया था, और अब इसके इतिहास को प्रमाणित करने के लिए वैज्ञानिक तरीके से इसकी आयु का निर्धारण किया जाएगा। मंदिर में पूजा और आरती की प्रक्रिया अभी भी जारी है, लेकिन इस बार धार्मिक गतिविधियों के साथ-साथ इस ऐतिहासिक स्थल की वैज्ञानिक जांच भी की जाएगी।
ASI team मंदिर की कार्बन डेटिंग करेगी, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि यह मंदिर कितनी पुरानी है। कार्बन डेटिंग एक आधुनिक वैज्ञानिक तकनीक है, जो किसी वस्तु या संरचना की उम्र का निर्धारण करने के लिए जैविक सामग्री का परीक्षण करती है। इससे इस मंदिर के निर्माण काल और इसके ऐतिहासिक महत्व का स्पष्ट आकलन होगा।
सुरक्षा इंतजामों के बीच दौरा
मंदिर के ऐतिहासिक महत्व को ध्यान में रखते हुए, जिले में सुरक्षा इंतजाम कड़े किए गए हैं। मंदिर परिसर और आसपास के इलाकों में पुलिस तैनात है। इसके साथ ही, जुमे की नमाज के दौरान भी संभल शहर में सुरक्षा के कड़े उपाय किए गए हैं, ताकि कोई अप्रिय घटना न घटे। पुलिस अधिकारियों द्वारा लगातार निगरानी रखी जा रही है और जिले में ड्रोन तथा सीसीटीवी कैमरों के जरिए हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है।
एएसआई टीम का दौरा और जांच प्रक्रिया
ASI team मंदिर का निरीक्षण करेगी और उसके बाद कार्बन डेटिंग की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। यह जांच मंदिर के अंदर मौजूद वास्तु और अन्य सामग्रियों पर की जाएगी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि मंदिर की संरचना कितनी पुरानी है। टीम के सदस्य इस मंदिर की प्राचीनता के बारे में जानकारी जुटाएंगे और इसके बाद रिपोर्ट तैयार करेंगे। यह जानकारी न केवल मंदिर के इतिहास को प्रमाणित करने में मदद करेगी, बल्कि इस स्थल के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को भी उजागर करेगी।
संभल में इस मंदिर को लेकर स्थानीय लोगों और पर्यटकों में गहरी रुचि है। उम्मीद की जा रही है कि एएसआई की जांच इस ऐतिहासिक स्थल के महत्व को और अधिक स्पष्ट करेगी।