Sambhal Dispute Live: उत्तर प्रदेश के संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को बड़ा बवाल हो गया। कोर्ट के आदेश पर सर्वे करने पहुंची टीम के बाहर निकलते ही जमा भीड़ ने हिंसक रूप ले लिया। मुरादाबाद कमिश्नर आञ्जनेय सिंह ने बताया कि पथराव और गोलीबारी के दौरान नईम, बिलाल और नोमान की मौत हो गई। वहीं, पथराव और आगजनी में कई पुलिसकर्मी घायल हुए, जिनमें सीओ अनुज चौधरी भी शामिल हैं।
घटना सुबह करीब 11 बजे की है, जब डीएम और एसपी की मौजूदगी में सर्वे टीम मस्जिद से बाहर निकल रही थी। अचानक बड़ी संख्या में जुटी भीड़ ने पुलिस और सर्वे टीम पर पथराव शुरू कर दिया। हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने आंसू गैस के गोले और प्लास्टिक बुलेट का इस्तेमाल किया। इसके बावजूद कुछ उपद्रवी गाड़ियां जलाने लगे, जिसमें चार वाहनों को नुकसान पहुंचा।
Warning: Disturbing visuals
Naeem, Noman and Bilal – three men killed in the Sambhal violence in UP, a senior official confirmed. They are supposed to have sustained bullet injury in the violence that ensued during the court-mandated survey of the Shahi Jama Masjid. A strong… pic.twitter.com/87LLGueDCV
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) November 24, 2024
इस हिंसा के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया है। प्रशासन ने शांति बनाए रखने की अपील की है और भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। मस्जिद के आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
संभल, यूपी की हिंसा में अब तक 2 लोगों नईम और बिलाल की मौत हो गई है। पुलिस की गोली लगने से मौत होने का आरोप है। इस बीच पुलिसकर्मियों द्वारा फायरिंग करने की Video भी सामने आई है। pic.twitter.com/PscIUkSPDb
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) November 24, 2024
हिंसा के दौरान दो लोगों, नईम और बिलाल, की मौत हो गई, जिनके परिजनों का आरोप है कि उनकी मौत पुलिस की गोली लगने से हुई। वहीं, सीओ अनुज चौधरी और एसओ सहित कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए। इस बीच, पुलिसकर्मियों द्वारा फायरिंग का वीडियो भी सामने आया है। घटना के बाद इलाके में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। मस्जिद के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है और अतिरिक्त बल तैनात किया गया है। प्रशासन ने शांति बनाए रखने की अपील की है और मामले की जांच शुरू कर दी है।
संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान संविधान की बात करने वाले नेताओं के समर्थकों ने पुलिस पर किया पथराव। फिर पुलिस ने किया लाठीचार्ज। आंसू गैस छोड़ा। पत्थरबाजों से पुलिस ने कहा कि नेताओं के चक्कर में जीवन न खराब करें। #Sambhal pic.twitter.com/nhW0Fr40HU
— Naval Kant Sinha | नवल कान्त सिन्हा (@navalkant) November 24, 2024
सर्वे के दौरान उपजा विवाद
रविवार सुबह Sambhal के डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई के नेतृत्व में सर्वे टीम जामा मस्जिद पहुंची थी। कोर्ट कमिश्नर रमेश राधव के नेतृत्व में टीम ने मस्जिद के विभिन्न हिस्सों का निरीक्षण किया। जैसे ही स्थानीय लोगों को सर्वे के बारे में पता चला, नाराज मुस्लिम समुदाय के लोग मस्जिद के बाहर एकत्र होने लगे। आरोप है कि मुस्लिम समाज ने सर्वे पर आपत्ति जताई और इस दौरान करीब एक हजार लोग जमा हो गए। भीड़ ने पुलिस को मस्जिद के अंदर जाने से रोकने की कोशिश की, जिसके बाद स्थिति और बिगड़ गई।
पथराव और आगजनी
भीड़ ने अचानक पथराव करना शुरू कर दिया, जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। इस दौरान भीड़ ने सड़कों पर आग लगा दी, जिससे माहौल और अधिक तनावपूर्ण हो गया। पुलिस को स्थिति को काबू में लाने के लिए आंसू गैस के गोले दागने और लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा। घटना के बाद पुलिस ने मस्जिद के चारों ओर बैरिकेडिंग कर इलाके को सील कर दिया और आसपास के थानों से अतिरिक्त पुलिस बल मंगवाया।
प्रशासन की कार्रवाई
घटना के बाद पूरे इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जामा मस्जिद के आसपास पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और किसी भी तरह की अशांति को रोकने के लिए सोशल मीडिया पर भी निगरानी रखी जा रही है। पुलिस ने भड़काऊ पोस्ट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का संकेत दिया है। प्रशासन ने इस हिंसा के कारणों की जांच शुरू कर दी है, और 29 नवंबर को इस मामले की अगली सुनवाई होगी, जब सर्वेक्षण की प्रारंभिक रिपोर्ट न्यायालय में पेश की जाएगी।
यहां पढ़ें: Sambhal Jama Masjid dispute: पुलिस और भीड़ के बीच संघर्ष, 1 की मौत… दर्जनों घायल
जामा मस्जिद का विवाद
यह विवाद हिंदू पक्ष द्वारा दायर की गई एक याचिका से उत्पन्न हुआ है, जिसमें दावा किया गया है कि जामा मस्जिद पर कभी हरिहर मंदिर स्थित था। कोर्ट ने इस मामले की जांच के लिए एक कोर्ट कमिश्नर नियुक्त किया था, जिसने मस्जिद के अंदर दो घंटे तक सर्वे किया था। इस सर्वे के बाद मस्जिद के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है और मामले की अगली सुनवाई 29 नवंबर को होगी।
Sambhal प्रशासन की निगरानी
Sambhal प्रशासन ने जिले में तनाव को देखते हुए सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रखना शुरू कर दिया है। एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि भड़काऊ पोस्ट करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी, ताकि इलाके में और कोई अशांति न फैले।