Sambhal : संभल में हुई हिंसा के मामले में अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है, जिससे राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। इस बीच समाजवादी पार्टी (सपा) ने एक बड़ा कदम उठाते हुए अपना प्रतिनिधिमंडल संभल भेजने का फैसला किया है। सपा के वरिष्ठ नेताओं का यह दल 30 नवंबर को हिंसा प्रभावित क्षेत्र का दौरा करेगा और वहां के पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेगा। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल घटनाओं की विस्तृत जानकारी जुटाकर पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव को सौंपेगा। इस प्रतिनिधिमंडल में सपा के वरिष्ठ नेता माता प्रसाद पांडेय, लाल बिहार यादव, श्याम लाल पाल, हरेंद्र मलिक, रुचि वीरा, इकरा हसन, जियाउर्रहमान बर्क, नीरज मौर्य, कमाल अख्तर, रविदास मेहरोत्रा, नवाब इकबाल महमूद, पिंकी सिंह यादव, अली अंसारी, जयवीर सिंह यादव, और शिवचरण कश्यप शामिल हैं।
सपा नेता माता प्रसाद पांडेय ने कहा, “अगर मीडिया वहां जा सकती है तो हम क्यों नहीं? हम किसी को भड़काने के लिए नहीं जा रहे हैं। हमारा उद्देश्य पीड़ित परिवारों से मिलकर उनके हालात जानना है।” उन्होंने सरकार पर लोगों के मौलिक अधिकारों का हनन करने का आरोप लगाया।
समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर रहमान बर्क का बयान
दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर | समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर रहमान बर्क का कहना है, ”उन्होंने (यूपी पुलिस) हमें जबरन रोका और जाने नहीं दे रहे हैं. जनता को काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है. वे कैसे संविधान का अपमान कर रहे हैं, हम इस मुद्दे को संसद में उठाएंगे …अब हम दिल्ली वापस जा रहे हैं और इस मुद्दे को संसद में जोरदार तरीके से उठाएंगे”
Sambhal Live Update
सपा नेता हरेंद्र मलिक, जिया-उर-रहमान बर्क और अन्य नेताओं को संभल जाने से रोका गया
सपा नेताओं ने क्या कहा
संभल के जिलाधिकारी ने 10 दिसंबर तक बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा रखा है और कहा है कि जिले में धारा 144 लागू है। प्रशासन की अनुमति के बिना कोई भी बाहरी व्यक्ति वहां नहीं जा सकता। इस पर माता प्रसाद पांडेय ने कहा, “सरकार सच छिपाने के लिए हमें रोक रही है। हम केवल मृतकों के परिजनों से मिलना चाहते हैं, लेकिन प्रशासन हमें रोकने की कोशिश कर रहा है।”
सपा नेताओं की यात्रा को रोकने के लिए माता प्रसाद पांडेय के घर के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई है। इस पर उन्होंने प्रशासन की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन्हें जबरदस्ती रोका जा रहा है।
प्रशासन अलर्ट
फिलहाल संभल में स्थिति तनावपूर्ण है, और पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड में है। अब यह देखना बाकी है कि सपा प्रतिनिधिमंडल को संभल जाने की अनुमति मिलती है या नहीं। जिलाधिकारी ने साफ कहा है कि बिना अनुमति किसी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश वर्जित है।