Sambhal Bawal: संभल में हुई हिंसा में पत्थरबाजी करने वाले 100 से अधिक उपद्रवियों की पहचान कर ली गई है। योगी सरकार ने इन उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की योजना बनाई है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन दोषियों के पोस्टर सार्वजनिक स्थानों पर लगाए जाएं और उनके खिलाफ क्षतिपूर्ति अध्यादेश के तहत नुकसान की भरपाई की जाए। साथ ही, फरार उपद्रवियों पर इनाम भी घोषित किया जा सकता है। अब तक 27 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और पुलिस ने इनकी तस्वीरें भी जारी की हैं।
हिंसा के बाद की स्थिति
Sambhal के हिंसा प्रभावित इलाकों में पुलिस ने ताबड़तोड़ छापे मारे हैं और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार कार्रवाई कर रही है। हिंसा के दौरान शाही जामा मस्जिद के आसपास के इलाकों में भारी पथराव, फायरिंग और आगजनी की घटनाएं हुई थीं, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी और दर्जनभर पुलिसकर्मी घायल हुए थे। इस बवाल के बाद, प्रशासन ने इंटरनेट सेवाओं को फिलहाल बहाल नहीं किया और सोशल मीडिया पर पैनी नजर रखी जा रही है।
हालांकि, Sambhal पुलिस और प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में ले लिया है और अब माहौल धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है। मंगलवार को स्कूल तो खुले लेकिन बच्चों की उपस्थिति काफी कम रही। शहर के बाजारों में भी सन्नाटा छाया रहा, हालांकि जामा मस्जिद के आस-पास के इलाकों को छोड़कर बाकी क्षेत्र पूरी तरह से खुले थे। प्रशासन ने एहतियातन 24 घंटे के लिए प्रतिबंध बढ़ा दिए हैं।
उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई
मुरादाबाद के कमिश्नर ने शासन को हिंसा पर विस्तृत रिपोर्ट भेजी है, जिसमें बवाल के बढ़ने के कारणों का पूरा ब्योरा दिया गया है। पुलिस द्वारा सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उपद्रवियों की पहचान की जा रही है, लेकिन उपद्रवियों ने कई कैमरे तोड़ दिए थे। अधिकारियों का कहना है कि किसी निर्दोष के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी, लेकिन जो लोग इस बवाल में शामिल थे, उन्हें कड़ी कानूनी कार्रवाई का सामना करना होगा। मुरादाबाद के डीआईजी ने भी यह स्पष्ट किया कि पुलिस साइबर सेल की मदद से उपद्रवियों की पहचान करने का प्रयास कर रही है।