Sambhal violence: संभल में हुई हिंसा के बाद पुलिस ने एक बड़ा खुलासा किया है। 40 से ज्यादा गुमनाम पत्र मिले हैं, जिनमें हिंसा में बाहरी लोगों के शामिल होने की बात सामने आई है। पत्रों के अनुसार, हापुड़, बुलंदशहर, रामपुर, अमरोहा और मुरादाबाद जैसे इलाकों से लोग हिंसा में शामिल होने के लिए संभल पहुंचे थे। पुलिस ने अब इन पत्रों को लेकर नई जांच शुरू कर दी है और इसके आधार पर 200 लोगों की कॉल डिटेल्स भी निकाली गई है। पुलिस की टीमें इस मामले में आगे की कार्रवाई करने में जुटी हुई हैं। इस खुलासे से हिंसा में बाहरी तत्वों के भूमिका की ओर इशारा मिलता है।
Sambhal हिंसा के बाद पुलिस की कार्रवाई ने एक नए मोड़ को पकड़ा है। पुलिस को जो गुमनाम पत्र मिले हैं, उनमें हिंसा के लिए अलग-अलग इलाकों से आए लोगों का जिक्र है। पत्रों में हापुड़, बुलंदशहर, रामपुर, अमरोहा और मुरादाबाद जैसे क्षेत्रों से आए लोगों का नाम लिया गया है, जो हिंसा के दौरान संभल पहुंचे थे। खास बात यह है कि पत्रों में यह जानकारी दी गई कि हिंसा के लिए हापुड़ से रात 3 बजे लोग संभल की ओर रवाना हुए थे।
पुलिस अब इन गुमनाम पत्रों के आधार पर जांच में जुटी हुई है। पुलिस ने हिंसा के दौरान संदिग्ध गतिविधियों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए करीब 200 लोगों की कॉल डिटेल्स निकाली हैं। इन कॉल डिटेल्स की मदद से पुलिस ने हिंसा के दिन लोगों की मूवमेंट ट्रैक करना शुरू कर दिया है। साथ ही, पुलिस की 5 टीमें इस मामले में सबूत जुटाने के लिए काम कर रही हैं। इन टीमों ने 15 संदिग्ध लोगों से पूछताछ भी शुरू कर दी है, ताकि हिंसा के पीछे की सच्चाई का पता लगाया जा सके।
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Sambhal में हुई हिंसा के दौरान 4 लोगों की मौत हो गई थी और दर्जनों लोग घायल हुए थे। यह हिंसा तब भड़की जब 16वीं शताब्दी में बनी शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण को लेकर प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हो गई थी। हिंसा के फैलने के बाद पुलिस ने कई मामले दर्ज किए और क्षेत्र में इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी। साथ ही, स्कूलों को भी बंद कर दिया गया था। सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीरों में मस्जिद के आसपास चप्पलें, ईंटें और पत्थर बिखरे हुए नजर आए थे।