लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश के संभल में रविवार को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा भड़क गई। उपद्रवियों ने पुलिस पर हमला बोल दिया। गलियों से पथराव किया और छतों से फायरिंग की। मौके पर डीएम-एसपी भारी पुलिस बल के साथ पहुंचे और आंसू गैस के गोले के साथ लाठीचार्ज कर उपद्रवियों को खदेड़ा। इस दौरान एसडीएम घायल हो गए। जबकि सीओ, एसपी के पीआरओ को गोली लगी। साथ ही दो दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी भी घायल हुए। सभी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। मुरादाबाद के मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने हिंसा को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि पूरे प्लान के साथ पुलिस पर हमला किया गया है।
संभल हिंसा में तीन लोगों की मौत
उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई। मारे गए तीनों लोगों की पहचान हो गई है। यह तीनों संभल के ही रहने वाले रूमान खान (42), बिलाल (30) और नईम (25) थे। वहीं उपद्रवियों की फायरिंग की चपेट में आने से एसडीएम, सीओ, एसपी के पीआरओ को गोली लगी। दो दर्जन से ज्यादा पुलिसकर्मी पत्थबाजी के दौरान घायल हुए। मुरादाबाद के मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि तीन लोगों की मौत हुई है। पुलिस ने इनके शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। शवों का पोस्टमार्टम पैनल से कराया जाएगा।
संभल हिंसा में सीओ, पीआरओ को लगी गोली
मुरादाबाद के मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने बताया, हिंसा के दौरान संभल के एसडीएम घायल हो गए हैं। वहीं सीओ अनुज चौधरी और एसपी के पीआरओ के पैर में गोली लगी है। इनके अलावा दो दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह के मुताबिक जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में घायल हुए सभी लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मंडलायुक्त के मुताबिक संभल हिंसा में मारे गए तीनों लोगों पुलिस की गोली नहीं लगी है। पुलिस ने इस हिंसा के दौरान प्लास्टिक बुलेट छोड़े थे।
रची गई थी संभल हिंसा की साजिश
मुरादाबाद के मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि हिंसा के दौरान जामा मस्जिद के आसपास के घरों की छतों से फायरिंग हो रही थी। इस फायरिंग में कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। मंडलायुक्त के मुताबिक यह हिंसा अचानक नहीं भड़की है. बल्कि इसे पहले से प्लान किया गया था। पुलिस को भी अंदाजा नहीं था कि यहां इस तरह की घटना हो सकती है। मंडलायुक्त ने बताया कि जामा मस्जिद के पास ढेर सारी गलियां हैं और इन सभी गलियों से लोग वहां पहुंच रहे थे। ऐसे में यह तो नहीं कहा जा सकता कि गोली किस तरफ से चली है।
तीन तरफ से पुलिस पर हमला
मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि अराजक तत्वों के तीन ग्रुप थे और वह तीन तरफ से आए थे। उपद्रवियों ने पहले पथराव किया। फिर वाहनों को आग के हवाले कर दिया। इसके बाद पुलिस पर फायरिंग की। सीसीटीवी फुटेज के जरिए उपद्रवियों की पहचान की जा रही है। एक भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने बताया कि उपद्रवियों दूसरे इलाकों से बुलाए गए थे। सुबह के वक्त ही वह मस्जिद के आसपास पहुंच गए। घरों पर पत्थर जमा किए। हिंसा पूरी तरह से प्लान थी। सभी पर एनएएस के तहत कार्रवाई की जाएगी।
संभल हिंसा के दिए जांच के आदेश
मंडलायुक्त के मुताबिक बड़ी मुश्किल से मस्जिद के पास माहौल शांत हुआ.। मंडलायुक्त के मुताबिक इस मामले में डीएम मजिस्ट्रेटियल जांच करेंगे। इसमें यह पता किया जाएगा कि इतने लोग वहां अचानक कैसे पहुंचे। उन्होंने बताया कि इस घटना को देखकर लग रहा है कि कुछ लोगों ने शहर को आग में झोंकने की कोशिश की है। वहीं एसपी ने कहा कि उपद्रवी बाहर से आए थे। उन्होंने मस्जिद के आसपास के घरों की छतों पर पत्थर रखे और अचानक पुलिस पर हमला बोल दिया। कईयों को पकड़ा गया है। एक भी आरोपी को छोड़ा नहीं जाएगा।
संभल में इंटरनेट सेवा बंद
हालात को देखते मंडलायुक्त मुरादाबाद, डीआईजी मुरादाबाद, एडीजी बरेली समेत तमाम बड़े अधिकारी संभल में कैंप कर रहे हैं। सुरक्षा बलों ने देर रात मस्जिद के आसपास के इलाके में फ्लैगमार्च किया। डीएम संभल के मुताबिक जिले में इंटरनेट सेवा बंद करते हुए लोगों को अफवाहों से दूर रहने को कहा गया है। उन्होंने बताया कि फिलहाल हालात नियंत्रण में है। उधर, एसपी संभल ने बताया कि इस हिंसा में शामिल लोगों की पहचान कर उन्हें अरेस्ट करने के लिए ताबड़तोड़ दबिश दी जा रही है।