Sambhal Voilence: उत्तर प्रदेश के संभल में हिंसा के दौरान कई वीडियो सामने आए हैं। इनमें शाही जामा मस्जिद पर ड्रोन से निगरानी किए जाने वाला दृश्य भी शामिल हैं। इन वीडियो में मस्जिद में खड़े लोगों और उनकी गतिविधियों को रिकॉर्ड किया गया है। साफ तौर से इसमें देखा जा सकता है कि पुलिस ने ड्रोन का इस्तेमाल करके मस्जिद के अंदर मौजूद लोगों और छत पर खड़े लोगों की हरकतों पर नजर रखी।
वीडियो में पुलिस की पेट्रोलिंग (Sambhal Voilence) भी दिखाई देती है जिसमें पुलिसकर्मी समूह बनाकर इलाके में गश्त करते नजर आते हैं। हिंसा के दौरान मस्जिद की छत पर मौजूद कुछ लोगों की गतिविधियों को ड्रोन के जरिए ट्रैक किया गया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार स्थिति को नियंत्रण में रखने और सुरक्षा व्यवस्था को सख्त करने के लिए ड्रोन का उपयोग किया गया था ताकि संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा सके।
100 से ज्यादा पत्थरबाजों की हुई पहचान
संभल में रविवार को हुई हिंसा के बाद पुलिस ने जांच प्रक्रिया तेज कर दी है। मोबाइल फोन, सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों के जरिए पुलिस ने 100 से ज्यादा पत्थरबाजों की पहचान की गई है। अब तक 27 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जिनमें कुछ नाबालिग भी शामिल हैं। हिंसा और पुलिस बल पर पथराव के मामले में तीन महिलाओं को भी गिरफ्तार किया गया है। इस घटना को लेकर कई एफआईआर दर्ज की गई हैं। एक एफआईआर में संभल के सांसद जियाउर रहमान वर्क और विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल का भी नाम दर्ज किया गया है।
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पुलिस की कार्रवाई मे आई तेजी
संभल हिंसा में मारे गए चार लोगों के परिवारों की शिकायत पर अलग-अलग एफआईआर दर्ज की गई हैं। इसके साथ ही पुलिस ने हिंसा से जुड़ी एक और एफआईआर दर्ज की है, जिसमें पूरी घटना का विवरण शामिल है। गिरफ्तार आरोपियों में तीन ऐसे हैं, जिनकी आंखों के ऊपर और नीचे हरे रंग का लोशन लगा हुआ था।
पूछताछ में उन्होंने बताया कि यह लोशन आंसू गैस के प्रभाव से बचने के लिए लगाया गया था, क्योंकि यह गैस के असर को कम करने में मदद करता है। पुलिस अब शांति बनाए रखने के लिए अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।