Turk vs Pathan cause Sambhal violence: संभल में जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर शुरू हुई हिंसा ने तुर्क बनाम पठान के वर्चस्व की लड़ाई को उजागर कर दिया। इस खूनी खेल में चार लोगों की जान चली गई, जिनमें सभी पठान विधायक इकबाल महमूद अंसारी के समर्थक थे। सूत्रों की मानें तो यह हिंसा सुनियोजित थी, जहां देसी बनाम विदेशी और तुर्क बनाम पठान के मुद्दे को हवा दी गई। सांसद जिया उर रहमान वर्क के समर्थकों पर आरोप है कि उनकी फायरिंग से यह जनहानि हुई। घटना के बाद इंटरनेट और स्कूल बंद कर दिए गए हैं। 21 आरोपी गिरफ्तार हुए हैं, जबकि 30 थानों की पुलिस तैनात है।
Turk vs Pathan विवाद बना कारण
संभल हिंसा की जड़ (Turk vs Pathan) तुर्क सांसद जिया उर रहमान वर्क और पठान विधायक इकबाल महमूद अंसारी के बीच वर्चस्व की लड़ाई मानी जा रही है। जामा मस्जिद में सर्वे के बाद भड़के बवाल में चार पठान समर्थकों की मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि मारे गए सभी लोग विधायक के समर्थक थे और घटना सांसद समर्थकों की गोलीबारी का नतीजा थी। तनाव की स्थिति को देखते हुए इलाके में भारी पुलिसबल तैनात किया गया है।
सुनियोजित साजिश का दावा
पुलिस और प्रशासन ने हिंसा (Turk vs Pathan) को सुनियोजित साजिश करार दिया है। मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह के अनुसार, दंगाइयों ने मस्जिद के सर्वे के समय बच्चों और महिलाओं को ढाल बनाकर पथराव और फायरिंग की। छतों से भी हमले की पुष्टि हुई है। पुलिस का दावा है कि उपद्रवियों ने योजना बनाई थी कि किसी भी हाल में सर्वे टीम को मस्जिद में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। हालांकि, टीम सुबह जल्दी पहुंच गई और 10 बजे तक सर्वे पूरा कर लिया। इसके बाद दंगाइयों ने हिंसा फैलाई।
इंटरनेट बंद, 21 गिरफ्तार
घटना के बाद से जिले में इंटरनेट और स्कूल बंद कर दिए गए हैं। 1500 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, जिनमें सांसद और विधायक के बेटे भी शामिल हैं। पुलिस ने अब तक 21 लोगों को गिरफ्तार किया है। घटना में पुलिस के कई अधिकारी घायल हुए हैं, जबकि सीओ और इंस्पेक्टर को गोली लगी है। प्रशासन ने इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया है और स्थिति पर नजर बनाए हुए है।