लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। संभल में रविवार को हुई हिंसा के बाद पुलिस का एक्शन जारी है। 25 सौ से अधिक एफआईआर दर्ज की गई हैं। 25 लोगों को अरेस्ट किया गया है। अब पुलिस ने शाही जामा मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष जफर अली को हिरासत में लिया है। जफर अली को पुलिस ने उनके घर से उठाया और कोतवाली लेकर चली गई। इस दौरान भारी संख्या में पुलिसबल मौजूद रहा। जफर अली को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है।
संभल हिंसा में चार लोगों की मौत
संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में चार लोगों की मौत हुई है। तीन मौत रविवार को हुई थी, जिनको रातोंरात पोस्टमार्टम के बाद दफना दिया गया। वहीं एक मौत सोमवार की सुबह हुई है। चारों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आ गई है। जिसमें बताया गया है कि देसी तमंचे की गोली से चारों की मौत हुई है। हिंसा मामले में चार एफआईआर दर्ज की गई है और 25 लोगों को अरेस्ट किया गया है। एहतियात के तौर पर जिले में 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा बंद करने के साथ ही स्कूल-कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं।
जफर अली ने डीएम को बताया था जिम्मेदार
दरअसल, मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष अली जफर ने डीएम को हिंसा का जिम्मेदार ठहराया था। इसके अलावा उनके कई और बयान आए। इसी के चलते पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया है। मामले पर संभल डीएम भी मीडिया के सामने आए। उन्होंने बताया कि जामा मस्जिद के सदर जफर अली साहब का भ्रामक बयान सामने आया था। उनके बयानों की डिटेलिंग हो रही है। जफर जी ने बोला सर्वे की सूचना नहीं दी। जबकि कोर्ट का ऑर्डर 2.30 पर आया उसके आधे घंटे बाद हमारे पास आए और 5 से 5.30 के बीच पहुंचे।
संभल डीएम ने दी जानकारी
संभल डीएम ने बताया कि, सर्वे की टीम ने लिखा 19 को रात्रि में हमें पत्र दिया। जिसमें उन्होंने लिखा कि वहां दो सौ लोग इकट्ठा हो गए। सर्वे का काम नहीं हो सका और दोबारा सर्वे का काम किया जाएगा। 23 तारीख को 6.15 पर मैंने फोन किया था। उन्होंने कहा कि मेरा स्वास्थ्य ठीक नहीं हैं। एसडीएम और सीओ को भेजा और कहा कि कॉपी रिसीव करवाइए। उन्होंने कहा कि ऑर्डर डीएम साहब ने किया। जबकि लिखा है कि 24 में अगली सुबह सर्वे किया जाएगा।
या फायरिंग करते देख रहे थे
संभल डीएम ने बताया, जफर साहब ने कहा फायरिंग करते हुए पुलिस को देखा वो बताए कि वो सर्वे करवा रहे थे या फायरिंग करते देख रहे थे। उन्होंने कहा कि पुलिस अपने हथियार चला रही थी, फिर कहा तमंचे चला रही थी और फिर कहा कि हमें नहीं पता। उन्होंने कहा वजू टैंक का पानी खाली करवाया गया। जबकि वीडियोग्राफी के लिए पानी खाली करवाया गया। उन्होंने कहा कि लोगों में भ्रम हो रहा था जबकि कोई भ्रम नहीं हो रहा था। खुदाई में मिट्ठी निकलती है। कोई नापतोल नहीं की गई।
ये पूरी तरह भ्रामक
मामले में एसपी केके बिश्नोई ने कहा कि ना ही जफर अली को हिरासत में लिया गया है और ना ही अरेस्ट किया गया है। केवल उन्होंने जो बात कही है, उसके बारे में उनसे बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस के हाथ में देसी कट्टे थे। ये पूरी तरह भ्रामक है। हमारे पास स्मॉग गन और अपने हथियार हैं। ये दंगाइयों को सपोर्ट करने का बयान दे रहे हैं। एसपी ने कहा कि पुलिस उनके साथ पूछताछ कर रही है। साथ ही उन्होंने जो बयान दिए, उसके साक्ष्यों के बारे में जानकारी की जा रही है।